क्या है मामला?
भारत को 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टर आपूर्ति के दौरान हुए घोटाले के आरोप में इटली की एक अदालत ने दो लोगों को सजा सुनाई है. यह सौदा फिनमेकैनिका से 3600 करोड़ रुपये में किया गया था. मिलान की अपीलीय अदालत ने इस मामले में इटली की रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र की बड़ी कंपनी फिनमेकैनिका के पूर्व प्रमुख गिसपे ओरसी और फिनमेकैनिका की अधीनस्थ कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ ब्रूनो स्पैगनोलिनि को साढे़ चार साल कैद की सजा सुनाई है. इस मामले में भारत के पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी भी दोषी ठहराए गए हैं.
कैसे हुआ सौदा?
भारत में वीआईपी लोगों के लिए पहले रूस के हेलिकॉप्टर एमआई-8 का प्रयोग होता था. इनके पुराने हो जाने पर अगस्त 1999 में भारतीय वायुसेना ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को एमआई-8 हेलिकॉप्टर को बदलने का प्रस्ताव दिया. 2006 में इसके लिए ग्लोबल टेंडर निकाला गया और फिर नए हेलिकॉप्टर के तौर पर इटली के अगस्ता वेस्टलैंड का चुनाव हुआ. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने फिनमेकैनिका कंपनी से 2010 में 3600 करोड़ रुपये में 12 हेलिकॉप्टर खरीदे थे. फरवरी 2012 में इस सौदे में रिश्वतखोरी के आरोप लगे. 12 फरवरी 2013 को इटली पुलिस ने फिनमेकैनिका के तत्कालीन प्रमुख को गिरफ्तार किया. इसके बाद भारतीय रक्षा मंत्रालय ने अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी के बकाया भुगतान पर रोक लगाई और इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी. जनवरी 2014 में भारत सरकार ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील को रद्द कर दिया.
क्यों मचा बवाल?
इटली की मिलान कोर्ट में मामले से जुड़े कुछ दस्तावेज पेश किए गए हैं. इन दस्तावेजों में भारतीय नेताओं के नाम भी शामिल हैं. इनमें से एक नाम ‘सिग्नोरा गांधी’ भी है. कुछ राजनीतिक दल आरोप लगा रहे हैं कि ‘सिग्नोरा गांधी’ नाम सोनिया गांधी के लिए इस्तेमाल किया गया और वे रिश्वत लेने वालों में शामिल थीं. इसके अलावा जिन नेताओं का नाम दस्तावेजों में सामने आने की बात कही जा रही है उनमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, अहमद पटेल, एम वीरप्पा मोईली, ऑस्कर फर्नाडीज और एमके नारायण शामिल हैं. इतालवी कोर्ट से इस तरह का विवरण सामने आने के साथ ही सत्ताधारी भाजपा ने कांग्रेस और सोनिया गांधी को घेरने की कोशिश की. राज्यसभा में जब सुब्रमण्यन स्वामी ने मामले में सोनिया गांधी का नाम लिया तो कांग्रेस सांसद भड़क गए और हंगामा करने लगे. हालांकि इस मामले पर सोनिया गांधी ने कहा कि मैं आरोपों से डरी नहीं हूं. इस मामले में केवल झूठ बोला जा रहा है.