मुफ्त ऑनलाइन लर्निंग प्रोग्राम शुरू करने के लिए चर्चित शिक्षाविद् सलमान खान की कैलिफोर्निया स्थित खान एकेडमी की दुनियाभर में काफी तारीफ हो रही है. बिल गेट्स और रतन टाटा जैसे लोग उनकी इस एकेडमी की मदद करने को आगे आए हैं. इस ऑनलाइन लर्निंग प्रोग्राम के लिए किसी छात्र को किसी भी तरह की सदस्यता लेने की जरूरत नहीं है. कोई भी इंटरनेट की मदद से उनकी वेबसाइट अथवा यूट्यूब से ‘विश्वस्तरीय’ शिक्षा हासिल कर सकता है.
हाल ही में खान एकेडमी के सलमान खान ने भारतीय उद्योगपति रतन टाटा के साथ पांच साल का अनुबंध किया है, जिसके तहत यह प्रोग्राम हिंदी में भी लॉन्च किया गया. इसमें कक्षा 5 से 8 तक के बच्चों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की सामग्री मौजूद है. अगले पांच साल में मराठी, तमिल और बांग्ला जैसी अन्य भारतीय भाषाओं में भी खान एकेडमी कंटेंट मुहैया कराएगी. ये सब तो ठीक है, लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू कुछ ज्यादा ही स्याह नजर आ रहा है. प्रोजेक्ट को देखने के लिए ‘तहलका’ ने एकेडमी की वेबसाइट को खंगाला. हिंदी में पहला पेज खोलने पर निर्देश लिखा मिलता है, ‘अपनी ‘शुरू करने के लिए’ अभिभावक चेकलिस्ट खत्म करें.’ एकेडमी के होम पेज पर साइन इन करने के लिए विकल्प है. उसमें अपना विवरण भरने के बाद आपको एकेडमी की तरफ से मेल आया, ‘हम आपके स्वागत करते हैं.’
जैसे-जैसे वेबसाइट के विकल्पों को चुनते हुए आगे बढ़ेंगे, आपका सामना ऐसे-ऐसे वाक्यों से होगा जो समझ से परे होंगे. मसलन, ‘यहां निमिर्ती से बचने के लिए पोस्ट है. अगर आप उनका सामना करते हैं, तो अभिभावकों का ध्यान आकर्षित करने हेतु उन्हें चिह्नित करें.’ इसी तरह ‘एक प्रतिलिपि का जवाब’ जैसे विकल्पों को देखकर दिमाग चकरा जाएगा. गौर करने वाली बात यह है कि वेबसाइट पांचवीं से आठवीं कक्षा तक के बच्चों के लिए बनाई गई है, पर कंटेंट ऐसा है, जो हिंदी भाषा के जानकार को भी सिर खुजाने पर मजबूर कर दे.
वेबसाइट अपने उद्देश्य के बारे में लिखती है, ‘खान अकादमी अभ्यास प्रश्नावलियां, अनुदेशात्मक वीडियो और एक व्यक्तिगत शिक्षण डैशबोर्ड प्रदान करता है जो शिक्षार्थियों को अपनी गति के अनुसार एवं कक्षा के बाहर अध्ययन करने के लिए सशक्त बनाता है. हम गणित, विज्ञान, कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग, इतिहास, कला इतिहास, अर्थशास्त्र और अधिक विषयों में शिक्षा प्रदान करते हैं. हमारे गणित मिशन शिक्षार्थियों को, राज्य कला, अनुकूली प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर के बालवाड़ी से कलन तक सीखने में सहायता करते हैं, इससे सामर्थ्य और शिक्षण चूक की पहचान होती है. विशेषीकृत सामग्री प्रदान करने के लिए हमने नासा, आधुनिक कला संग्रहालय, कैलिफोर्निया की विज्ञान अकादमी और एमआईटी जैसे संस्थानों के साथ भागीदारी की है.’
ऑनलाइन मुफ्त शिक्षा का विचार तो नया और उपयोगी लगता है लेकिन वेबसाइट ‘अपनी खुद की गति को देखने के लिए में गहराई से वीडियो’ जैसे वाक्यों से आपका स्वागत करके इसका भविष्य निर्धारित कर देती है.
दरअसल, हिंदी में अनुवाद की समस्या हमेशा से रही है. हिंदी में अब तक कार्यालय की भाषा, तकनीक, विज्ञान या गणित की शब्दावली पर काम ही नहीं हुआ है, न ही नई तकनीक और नए आविष्कारों के लिए भाषा में कोई प्रयोग किया गया है. यहां अब तक मोबाइल को या तो मोबाइल कहने की मजबूरी है या फिर चलित दूरभाष यंत्र जैसे मजाकिया अनुवाद किए जाते हैं. अब देखना यह है कि खान एकेडमी अपने इस व्यापक उद्देश्य के लिए भाषा पर भी काम करेगी या इन्हीं अबूझ अनुवादों के साथ बच्चों को पढ़ाने की नाकाम कोशिश जारी रहेगी?