सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा में अंग्रेजी के अंक मैरिट या ग्रेड में नहीं जोड़े जाने के ऐलान के बावजूद संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के परीक्षार्थियों का एक बड़ा धड़ा नाखुश है. सैकड़ों छात्र विरोध प्रदर्शन जारी रखते हुए सीसैट को पूरी तरह से हटाने की मांग कर रहे हैं. इस मुद्दे पर राजनीतिक सरगर्मियां भी जारी हैं. विपक्ष ने जहां सरकार के ऐलान को आधा-अधूरा बताया है वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रियों से ताजा स्थिति की जानकारी ली है. गौरतलब है कि सीसैट पर काफी समय से मचे हो-हंगामे के बीच केंद्र सरकार ने संसद में एलान किया था कि प्रारंभिक परीक्षा के सीसैट प्रश्नपत्र में अंग्रेजी के सवालों के अंक ग्रेडेशन या मेरिट में शामिल नहीं होंगे. उसने यह भी कहा था कि 2011 की सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए छात्रों को 2015 की परीक्षा में शामिल होने का एक और मौका दिया जाएगा. 2011 में ही सीसैट वजूद में आया था.
यह भी पढ़ें