विनाशकारी बारिश से तमिलनाडु में अब तक तकरीबन 269 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच एक और दर्दनाक हादसा चेन्नई के एक अस्पताल में घटा. शुक्रवार को इस अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखे गए 18 लोगों की मौत बिजली कटने और ऑक्सीजन की सप्लाई न मिलने की वजह से हो गई. यह हादसा अड्यार नदी के पास स्थित मद्रास इंस्टिट्यूट ऑफ ऑर्थोपेडिक्स एंड ट्रॉमेटोलॉजी अस्पताल (एमआईओटी) में हुआ. हादसे के वक्त 75 मरीज अस्पताल में भर्ती थे. इनमें से 57 मरीजों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करा दिया गया था, लेकिन 18 मरीजों को बचाया नहीं जा सका. अस्पताल में जब बाढ़ को पानी भरना शुरू हुआ था तब वहां 575 मरीज भर्ती थे.
उद्योग संगठन एसोचेम ने बारिश से अब तक तकरीबन 15 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान लगाया है. आने वाले दिनों में इसके और बढ़ने की भी आशंका है. देश में ऑटोमोबाइल उद्योग के दूसरे बड़े केंद्र चेन्नई में विभिन्न वाहन कंपनियों ने भी अपने निर्माण प्लांट पर उत्पादन रोक दिया है. ह्यूंडई, रेनॉल्ट, बीएमडब्ल्यू, फोर्ड, रॉयल एनफील्ड और यामाहा प्लांट पर काम ठप है. ह्यूंडई के प्लांट से 6.8 लाख कारों का सालाना निर्माण किया जाता है. कंपनी में बीते बुधवार से काम रुका हुआ है. इसके अलावा फोर्ड के चेन्नई स्थित प्लांट से सालाना 3.4 लाख इंजन और दो लाख कारों का सालाना उत्पादन है. रॉयल इनफील्ड भी नवंबर में चार हजार मोटरसाइकिलों को निर्माण बारिश की वजह से नहीं कर सकी. इन दोनों कंपनियों के प्लांट में भी काम रुका हुआ है. इसके अलावा देश के सबसे पुराने अखबारों में से एक ‘द हिंदू’ अखबार भी 137 साल में पहली बार दो दिसंबर को नहीं प्रकाशित हो सका. अखबार के प्रिंटिंग प्लांट में पानी भरने से प्रकाशन नहीं हो सका.
राज्यभर में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन बुरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है. राज्य में बारिश ने पिछले 100 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. बाढ़ के चलते राज्य में रेल, विमान व बस सेवा प्रभावित लगभग ठप पड़ चुकी है. चेन्नई के निचले इलाकों में बारिश की वजह से भारी तबाही मची हुई है. भारी बारिश के चलते राज्य की झीलें भी पानी से लबालब भरी हुई हैं. हजारों लोग बिना खाने और बिजली के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए हैं. कई क्षेत्रों में फोन सेवा भी शुरू नहीं हो पाई है. मौसम विभाग ने आने वाले दो-तीन दिनों में भारी बारिश की आशंका जताई है. ऐसे में राज्य के हालात और खराब हो सकते हैं. हालांकि शुक्र की बात ये है कि शुक्रवार को बारिश से लोगों को थोड़ी सी राहत मिली है. निचले इलाकों से पानी उतरना शुरू हो गया है. अड्यार और कुंभ नदी का जलस्तर भी कम हो रहा है. सेना और एनडीआरएफ की टीमें इलाके में फंसे लोगों को बचाने के लिए युद्धस्तर पर राहत और बचाव के काम में लगी हुई हैं.
तमिलनाडु में अब तक तकरीबन 269 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं आंध्र प्रदेश में भी 54 लोग मारे गए हैं. ये जानकारी लोकसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहत पैकेज के रूप में तमिलनाडु को एक हजार करोड़ रुपये की घोषणा की है. गुरुवार को उन्होंने बाढ़ प्रभावित हिस्सों का दौरा भी किया. राज्य की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद केंद्र सरकार से पांच हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज की मांग की थी.