नेताजी सुभाष चंद्र बोस से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ा फैसला किया है. नेता जी से जुड़ी गोपनीय फाइलों को अगले साल उनके जन्मदिन 23 जनवरी को सार्वजनिक किया जाएगा. इसका ऐलान स्वयं प्रधानमंत्री ने नेता जी के परिवार से मुलाकात के बाद किया.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘कोई कारण नहीं है जिसकी वजह से इतिहास का गला घोंटा जाए. मैं न सिर्फ दूसरे देशों की सरकारों को इस बारे में पत्र लिखूंगा बल्कि अपनी मुलाकातों के दौरान भी इस मुद्दे को उठाऊंगा.’ दूसरे देशों के सामने ये मुद्दा उठाने की शुरुआत दिसंबर में रूस से होगी. 14 अक्टूबर को नेताजी के परिवार के 35 सदस्यों से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री ने ये फैसला लिया. इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नेताजी से जुड़ी 64 गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक कर चुकी हैं जो कोलकाता पुलिस के म्यूजियम में रखी हैं. बनर्जी ने फाइलें सार्वजनिक करने के दौरान मोदी सरकार को केंद्र सरकार के पास मौजूद 41 फाइलों को सार्वजनिक करने की चुनौती दी थी. अगले साल नेताजी से जुड़ी गोपनीय बातें देश के सामने आएंगी, जिनसे कई रहस्योद्घाटन होने की उम्मीद है. कहा जाता है कि नेताजी की मौत एक विमान दुर्घटना में हुई थी लेकिन इसके कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले. 1953 से साल 2000 तक तैयार की गई 41 फाइलों में से अब तक केवल 2 ही सार्वजनिक की गईं हैं. शेष 39 में 4 अति गोपनीय, 20 गोपनीय, 5 क्लासीफाइड और 10 अनक्लासीफाइड फाइलें हैं.