उत्तरी बिहार में भीषण गर्मी के चलते इंसेफलाइटिस का खतरा बढ़ गया है. अब तक यहां पांच बच्चों की मौत हो चुकी है और तकरीबन 15 बच्चों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.
इस साल इस बीमारी से सबसे पहली मौत 28 मई को हुई थी. इंसेफलाइटिस से उत्तरी बिहार और पूर्वांचल में हर साल सैकड़ों बच्चों की मौत होती है. मच्छरों के काटने से फैलने वाली इस बीमारी की शुरुआत तेज बुखार से होती है. अमेरिका के अटलांटा की संस्था सेंटर्स फॉर डिजीज कंटोल एंड प्रिवेंशन अब प्रभावित बच्चों में कुपोषण के स्तर का पता लगाएगी. यह पहला मौका है जब कुपोषण को आधार बनाकर इस बीमारी के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जाएगी. विशेषज्ञों की टीम प्रभावित बच्चों के खून और मूत्र के सैंपल जुटाकर कुपोषण के स्तर का डाटा तैयार करेगी.