उत्तरी सीरिया और इराक के कई इलाकों को अपने कब्जे में ले रहा आतंकी संगठन (इस्लामिक स्टेट ऑफ सीरिया एंड इराक) आइसिस और अलकायदा अब एक होने की राह पर हैं. अलग-अलग रिपोर्टों के मुताबिक अलकायदा ने अब आइसिस का साथ देने का फैसला किया है. बताया जा रहा है कि कई छोटे-छोटे आतंकी गुट भी लगातार आइसिस में शामिल हो रहे हैं. पिछले महीने ही पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन तहरीक-ए-खिलाफत ने अलकायदा से अपना नाता तोड़कर आइसिस के साथ जुड़ने का ऐलान किया. उधर, अमेरिका इराक में आइसिस के ठिकानों को निशाना बना रहा है. गौरतलब है कि आइसिस ने अपने कब्जे वाले राज्य को इस्लामी राज्य और अपने नेता अबु बकर अल बगदादी को मुसलमानों का खलीफा घोषित कर दिया है.
खलीफा एक मध्ययुगीन खिताब है. दरअसल इस्लामी इतिहास में पैगंबरों का सिलसिला खत्म होने के बाद उनके उत्तराधिकारी खलीफा कहलाए जो धार्मिक और राजनीतिक प्रमुख हुआ करते थे. खलीफाओं का सिलसिला पिछली सदी तक चला. आइसिस का लक्ष्य विश्व के अधिकांश मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों को सीधे अपने राजनीतिक नियंत्रण में लेना है. इसके लिये उसने सबसे पहले लेवेन्त कहे जाने वाले इलाके को अपने कब्जे में लेने का अभियान चलाया है जिसके तहत जॉर्डन, इजरायल, फिलिस्तीन, लेबनान, कुवैत, साइप्रस तथा दक्षिणी तुर्की के कुछ हिस्से आते हैं.