विश्व कप क्रिकेट के पास बिक रहे हैं!

आईसीसी विश्व कप क्रिकेट में ‘कॉम्प्लिमेंट्री पास’ की कालाबाजारी!

इंट्रो- क्रिकेट के व्यवसायीकरण के साथ-साथ इसमें भ्रष्टाचार भी खूब पनपा है। पिछली बार ‘तहलका’ एसआईटी ने आईपीएल के दौरान मैच के कॉम्प्लिमेंट्री (मुफ्त) पास बिकने का खुलासा किया था। इस बार ‘तहलका’ खुलासा कर रहा है कि आईसीसी विश्व क्रिकेट कप भी इस भ्रष्टाचार से अछूता नहीं है। इस विश्व कप में कॉम्प्लिमेंट्री पास बेचने का भंडाफोड़ करती तहलका एसआईटी की जाँच रिपोर्ट :-

आईपीएल के मुफ्त पास बिकते हैं और क्रिकेट विश्व कप के कॉम्लिमेंटरी (मुफ्त) पास भी धड़ल्ले से बिक रहे हैं। ‘तहलका’ एसआईटी ने मुफ्त के पास बाजार में बिकने को लेकर छानबीन की, ताकि इस गैर-कानूनी धंधे से परदा उठाया जा सके। इसी कड़ी में हमारी मुलाकात पंकज वर्मा से हुई। पंकज ने ‘तहलका’ रिपोर्टर से बातचीत में दावा किया- ‘ये मुफ्त पास हैं। पैसे चुकाने के बाद मैंने इन्हें हासिल किया है। अब मैं हरेक पास 2,000 रुपये मुनाफा कमाकर बेच रहा हूं।’

जब वर्मा से ‘तहलका’ रिपोर्टर की बातचीत हुई, उसके पास धर्मशाला में 22 अक्टूबर के भारत-न्यूजीलैंड मैच के कुल 10 टिकट (पास) थे, जिनमें से 6 वह बेच चुका था और 4 बचे थे। बता दें कि पंकज वर्मा क्रिकेट मैच के कॉम्लिमेंटरी (मुफ्त) पास बेचने वाला दलाल है। धर्मशाला में भारत-न्यूजीलैंड मैच के लिए पंकज ने एक मुफ्त पास के लिए 15,000 रुपये और कुल बचे चार मुफ्त पास के लिए 60,000 रुपये की मांग की। जब ‘तहलका’ रिपोर्टर ने इन पास के मुफ्त होने पर पूछा, तो उसने एक पास पर 2,000 रुपये की छूट की पेशकश कर दी। नतीजतन प्रति पास कीमत घटकर 13,000 रुपये पर आ गयी। पंकज ने रिपोर्टर पर अन्य पास खरीदने को लेकर भी जोर डाला; लेकिन रिपोर्टर ने मना कर दिया। क्योंकि उनका टिकट खरीदने का मकसद मैच देखना नहीं, बल्कि विश्व कप क्रिकेट में मुफ्त पास की बिक्री के भ्रष्टाचार को उजागर करना था।
जाने से पहले पंकज ने रिपोर्टर से कहा कि वह दूसरे मैचिज के लिए आईसीसी के कॉम्प्लिमेंट्री पासेज का 12,000 रुपये प्रति पास की दर से व्यवस्था करने का प्रयास कर सकता है। उस पास पर 1,000 रुपये की अतिरिक्त छूट है, जो हमने उससे पहले ही खरीद लिया है। बता दें भारत में 2023 क्रिकेट विश्व कप की शुरुआत से पहले आम जनता के लिए टिकट्स की बिक्री के तरीके से क्रिकेट के शौकीन खफा थे। टिकट्स की बिक्री उद्घाटन मैच से 41 दिन पहले 25 अगस्त को शुरू हुई थी। साथ ही टिकट की बुकिंग प्रक्रिया भी बिना परेशानी के थी। प्रशंसकों को टिकट बुक करने के लिए पहले पंजीकरण करना पड़ता था और फिर खरीदारी करने का अवसर मिलने से पहले घंटों इंतजार करना पड़ता था। दुर्भाग्य से कई क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यह भाग्यशाली क्षण कभी नहीं आया।

नई दिल्ली में एक क्रिकेट प्रशंसक गौरव शुक्ला ने अहमदाबाद में भारत-पाकिस्तान मैच में भाग लेने के लिए 15 अक्टूबर की उड़ान बुक की थी; लेकिन कार्यक्रम में बदलाव के बाद उन्हें इसे रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा। शुक्ला (42 वर्ष) ने नयी तारीख के हिसाब से यात्रा की टिकट बुक की। लेकिन यह प्रयास भी व्यर्थ चला गया; क्योंकि उन्हें पुनर्निर्धारित तारीख के लिए मैच का टिकट नहीं मिल सका। शुक्ला से ‘तहलका’ रिपोर्टर ने बात की। उसने बताया- ‘बहुत कुप्रबंधन है। कई लोगों ने पहले ही अपनी यात्रा का टिकट बुक कर लिया था; लेकिन मुझे मैच के टिकट नहीं मिल सके।’
एक अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि 14 अक्टूबर को भारत-पाकिस्तान मैच के बाद पता चला कि क्रिकेट प्रशंसकों ने ब्लैक में कांटे के मुकाबले के लिए 35,000 रुपये प्रति टिकट तक खरीदे थे। यह भी खबरें थीं कि किसी ने 60,000 रुपये का टिकट खरीदा है।
कुछ मीडिया संस्थानों ने क्रिकेट वर्ल्ड कप के टिकट्स की कालाबाजारी की खबर दी। इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पहले ही सभी टिकट ऑनलाइन बेच दिये थे। बावजूद इसके स्टेडियम में ज्यादा भीड़ नजर नहीं आयी। इसका मतलब यह है कि कालाबाजारी करने वालों ने ऑनलाइन टिकट बुक कर लिए हैं और अब उन्हें बढ़ी हुई कीमतों पर बेच रहे हैं। यही कारण है कि भीड़ क्रिकेट स्टेडियमों से दूरी बना रही है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया है कि आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 के तहत 22 अक्टूबर को धर्मशाला में होने वाले इंडिया और न्यूजीलैंड मैच को लेकर टिकट ब्लैक करने वाले सक्रिय रहे। मैच से पहले धर्मशाला पुलिस ने एक आरोपी को टिकट ब्लैक करते पकड़ा, जिसके पास से इंडिया-न्यूजीलैंड मैच के कई टिकट्स के अलावा नकदी भी बरामद हुई।

हैरानी की बात यह है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सभी टिकट्स ऑनलाइन बेच जाने के बावजूद विश्व कप मैचिज के दौरान स्टेडियम खाली रहे हैं। इससे पता चलता है कि कालाबाजारी करने वालों ने ऑनलाइन टिकट खरीदे और अब उन्हें बढ़ी हुई कीमतों पर बेच रहे हैं। कई लोगों को आश्चर्य है कि क्या इसीलिए भीड़ मैचिज से दूर रहती है?

क्रिकेट विश्व कप के टिकट्स की कालाबाजारी के बारे में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स सामने आने के बाद ‘तहलका’ रिपोर्टर ने मामले की छानबीन का फैसला किया। जैसे ही रिपोर्टर ने मिशन शुरू किया, उनकी मुलाकात पंकज वर्मा नाम के टिकट बेचने वाले एक दलाल से हुई, जो आईसीसी के कॉम्प्लिमेंट्री (मुफ्त) पास बेच रहा था, जो वास्तव में मुफ्त वितरित किये जाते हैं। जब रिपोर्टर ने उससे सम्पर्क किया, तो उसने बताया कि 22 अक्टूबर को धर्मशाला में खेले जाने वाले भारत-न्यूजीलैंड मैच के लिए उसके पास 10 कॉम्प्लिमेंट्री पास थे, जिनमें से 6 वह पहले ही बेच चुका है। उसने बाकी चार पासेज को 15,000 रुपये प्रति पास के हिसाब से बेचने की पेशकश की। फोन पर पंकज ने स्वीकार किया कि उसने रिपोर्टर को व्हाट्सएप पर जो तस्वीर भेजी थी, उनमें उसने जानबूझकर पास पर कॉम्प्लिमेंट्री आईसीसी शब्द मिटा दिया था। उसने रिपोर्टर से कहा कि वह उन्हें 15 मिनट में बता देगा कि कॉम्प्लिमेंट्री पास खरीदने के लिए कब और कहां मिलना है।

पंकज : आपको टिकट कितनी चाहिए ?

रिपोर्टर : फिलहाल एक ही चाहिए, बाकी मैं बता दूंगा एक-दो दिन में।

पंकज : चाहिए होंगी आपको और? क्योंकि मेरे पास 10 थीं, …अब 4 बची हैं।

रिपोर्टर : सारी धर्मशाला की?

पंकज : हां।

रिपोर्टर : ये कॉम्प्लिमेंट्री पासेज हैं ना?

पंकज : ये वाले कॉम्प्लिमेंट्री हैं।

रिपोर्टर : इस पर लिखा नहीं है कॉम्प्लिमेंट्री, इसलिए मैंने कहा?

पंकज : नहीं, लिखा हुआ है। मैंने उसको हाइड कर (छिपा) दिया। लिखा हुआ है कॉम्प्लिमेंट्री। नंबर वगैरह सब है। …मैंने भी अटेंड किए हैं दो मैचिज।


रिपोर्टर : अच्छा; दो मैच आप भी देख चुके हैं?
पंकज : हां; मैं देख चुका हूं।
रिपोर्टर : धर्मशाला?
पंकज : एक दिल्ली का देखा था और एक अभी मैं अहमदाबाद गया था।
रिपोर्टर : अहमदाबाद का तो कल ही हुआ था पाकिस्तान के साथ!
पंकज : हां, कल ही हुआ था।
रिपोर्टर : दिल्ली का नहीं है कोई आपके पास?
पंकज : दिल्ली का कोई आएगा, तो मैं बताऊंगा। …दिल्ली में कोई है क्या? आई थिंक…!
रिपोर्टर : इंडिया का नहीं है। …आज भी मैच है वैसे; लेकिन इंडिया का नहीं है।
पंकज : हां; इंडिया का नहीं है। …अफगानिस्तान-भारत का था।
रिपोर्टर : आज भी एक मैच है।
पंकज : हां, होगा; …तो मैं आपको बताता हूं। …10-15 मिनट में बताता हूं।

करीब 15 मिनट के इंतजार के बाद पंकज ने होटल अशोका के सामने एक जगह पर रिपोर्टर से संपर्क किया। बैठक में आने पर पंकज ने खुलासा किया कि उसके पास मूल 4 कॉम्प्लिमेंट्री पास में से केवल 2 हैं और उन्हें 30,000 रुपये में बेचने की पेशकश की। जब पंकज से छूट देने के लिए कहा गया, तो उसने कहा कि इसी तरह के पास इस समय 28,000 से 29,000 रुपये में बेचे जा रहे हैं।
रिपोर्टर : फिलहाल 6 पास हैं आपके पास?
पंकज : 2 ही बचे हैं।
रिपोर्टर : 4 बता रहे हैं ना आप?
पंकज : 2 किसी ने ले लिए।
रिपोर्टर : ये तो कॉम्प्लिमेंट्री हैं सर!
पंकज : हां; कॉम्प्लिमेंट्री हैं।
रिपोर्टर : कोई डिस्काउंट नहीं दिलवाये?
पंकज : ये ऑलरेडी 28-29 थाउजेंड का है।

इसके बाद पंकज ने रिपोर्टर को बताया कि उसके पास 22 अक्टूबर को धर्मशाला में खेले जाने वाले भारत-न्यूजीलैंड मैच के कॉम्प्लिमेंट्री पास हैं। जब पूछा गया कि क्या और पास उपलब्ध हैं? तो पंकज ने कहा कि वह बताएगा।
रिपोर्टर : तो अब जो रिमेनिंग पास हैं धर्मशाला के, इंडिया-न्यूजीलैंड के हैं ना?
पंकज : हां।
रिपोर्टर : कितने पास हैं?
पंकज : मैं आपको चेक करके बताता हूँ।
रिपोर्टर : क्यूंकि मैंने 2-3 लोगों से बोला हुआ है, …अगर वो इंटरेस्टेड होंगे?
पंकज : आप मुझे बता देना।
रिपोर्टर : आई विल लेट यू नो? …4-5 पास की जरूरत हो, तो हो जाएगा?
पंकज : आप मुझे बता देना, हो जाएगा।

पंकज ने हमें बताया कि जिस मैच के पास उस पर हैं, वो 22 अक्टूबर को होना है। उसने यह भी पूछा कि हम भविष्य में भारत के किन मैचिज के पास चाहते हैं, जैसे कि दिल्ली, चेन्नई आदि में होने वाले मैच।
रिपोर्टर : कब का टिकट है यह, नेक्स्ट संडे?
पंकज : आज तो 15 हो गयी, …ये नेक्स्ट संडे का है।
रिपोर्टर : दिल्ली का नहीं है कोई? …दिल्ली में मैच है या नहीं, ये नहीं पता; मगर इंडिया का कोई नहीं है?
पंकज : इंडिया का? …आई डॉउट, इंडिया का मैच है। …बट इंडिया का, आई थिंक इधर आएगा…चेन्नई में, शायद कोलकाता में है! …मैं आपको चेक करके बताता हूं।
रिपोर्टर : आपको कॉम्प्लिमेंट्री पास कहीं के भी मिलें, बता देना।

जब ‘तहलका’ रिपोर्टर ने पंकज से कॉम्प्लिमेंट्री पास पर छूट के बारे में पूछा, तो उसने कहा कि उसने वे पास भी खरीदे हैं। हालांकि अंतत: वह वह रिपोर्टर को 1,000 रुपये की छूट की पेशकश करते हुए 14,000 रुपये में पास बेचने के लिए सहमत हो गया।
रिपोर्टर : डिस्काउंट मांग रहे हैं पंकज भाई से!
पंकज : नहीं-नहीं; मैंने भी परचेज करे हैं।
रिपोर्टर : कितना करवा दें?
पंकज : 14 करवा दीजिए।
रिपोर्टर : देख लो आप…। (पैसे गिनता है।)

पंकज ने हमें बताया कि कॉम्प्लिमेंट्री पास उसे मुफ्त में नहीं मिले। उसने दावा किया कि उसने भी इन्हें खरीदा है और अब इन्हें 2,000 रुपये के मुनाफे पर बेच रहा है। अंत में उसने ‘तहलका’ रिपोर्टर को 13,000 रुपये में पास बेच दिया।
पंकज : 12,000 हो गये, …और दे दीजिए।
रिपोर्टर : और दूं? एक और…13,000 हो गये।
पंकज : हा…हा (हंसने लगा)।
रिपोर्टर : वैसे भी कॉम्प्लिमेंट्री है; आपको मुफ्त पड़ा होगा सर!
पंकज : मुफ्त कहाँ पड़ता है सर! …मुश्किल हो जाता है।
रिपोर्टर : आप भी परचेज करके लाए हैं?
पंकज : कुछ मार्जिन रख करके।
रिपोर्टर : आपका कितना प्रॉफिट (मुनाफा) है?
पंकज : 2000 रुपये।
रिपोर्टर : दिल्ली का पंकज भाई बता दीजिएगा।
पंकज : मैं आपको कल बता दूंगा।
रिपोर्टर : दिल्ली के अलावा कहीं के भी हों, मगर हों कॉम्प्लिमेंट्री। …13,000 हो गये अब!

जाने से पहले पंकज ने रिपोर्टर को 12,000 रुपये की रियायती दर पर भारत-न्यूजीलैंड के मुकाबले के तीन और मैच पास की पेशकश की।
रिपोर्टर : अगर आपने 13 के (हजार) पहले बोले होते, …मैं सारे टिकट्स ले लेता।
पंकज : तो आप देख लो; …अभी कोई हो पास, तो दे देते हैं।
रिपोर्टर : मिनिमम और कितना कम हो जाएगा?
पंकज : 13,000 हैं। …और 12के (हजार) कर लो, …3 अभी पड़े हैं मेरे पास, …और कल बता दूंगा। 3 अभी मेरे पास कन्फर्म हैं। …पर आप मुझे कन्फर्म करो; मैं आगे सेल नहीं करूंगा। …आई हैव टू टेल द पर्सन के आगे सेल न करे।
रिपोर्टर : एक टिकट के लिए 12,000?
पंकज : अच्छा, मैं चलता हूं।
रिपोर्टर : तो 12,000 फॉर वन टिकट?
पंकज : हां, पक्का।
रिपोर्टर : तीनों मेरी; …लेकिन देने आपको आना पड़ेगा।
पंकज : कहां पर आना है?
रिपोर्टर : कनॉट प्लेस।
पंकज : अभी ले सकते हैं आप?
रिपोर्टर : अभी तो कैश नहीं होगा।
पंकज : पेटीएम कर देना।
रिपोर्टर : एक बार पूछना भी पड़ेगा।
पंकज : हां, आप पूछ लें; 10 मिनट में बता देना।
रिपोर्टर : थैंक्स, …ओके बाय।

‘तहलका’ रिपोर्टर ने 22 अक्टूबर को होने वाले भारत-न्यूजीलैंड मैच के लिए 15 अक्टूबर को पंकज से 13,000 रुपये में एक कॉम्प्लिमेंट्री पास खरीदा। उसने रिपोर्टर को भविष्य में आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के ऐसे पास 12,000 रुपये में बेचने का वादा किया। लेकिन रिपोर्टर का मकसद भ्रष्टाचार को उजागर करना था, मैच देखना नहीं।
कॉम्प्लिमेंट्री पास खरीदने के चार दिन बाद 19 अक्टूबर को पंकज ने रिपोर्टर को कॉल करके पूछा कि 22 अक्टूबर को भारत-न्यूजीलैंड मैच देखने के लिए कितने लोग धर्मशाला जाएंगे? फिर उसने पूछा कि क्या हम (रिपोर्टर) 25 अक्टूबर को दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया-नीदरलैंड मैच के लिए कॉम्प्लिमेंट्री पास खरीदना चाहते हैं। रिपोर्टर ने पास की कीमत पूछी, तो उसने पुष्टि की कि यह वादे के अनुसार 12,000 रुपये से कम होगा। रिपोर्टर ने उसे इंतजार करने को कहा और अन्य मैचिज की तारीखों को देखा। जैसे ही रिपोर्टर ने बात की, उसने रिपोर्टर से उन मैचिज को प्राथमिकता देने के लिए कहा; जिनके लिए वह कॉम्प्लिमेंट्री पास चाहते थे। पंकज ने यह भी कहा कि वह देखेगा कि क्या संभव होगा। बातचीत का नतीजा यह था कि वह (दलाल) पूरे भारत में किसी भी स्थान पर आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप मैच के लिए कॉम्प्लिमेंट्री पास बेचने की व्यवस्था करने को तैयार था।
20 अक्टूबर को पंकज ने रिपोर्टर को दिल्ली में 25 अक्टूबर को होने वाले ऑस्ट्रेलिया-नीदरलैंड मैच के लिए पास देने के लिए फिर से फोन किया। वह भी अनिश्चित था कि वे कॉम्प्लिमेंट्री पास होंगे या टिकट। लेकिन उसने रिपोर्टर को आश्वासन दिया कि प्रत्येक के लिए लगभग 4-5 हजार रुपये होंगे। जब रिपोर्टर ने सुझाव दिया कि यह कम देखे जाना वाला मैच है, और हम सामान्य तरीका अपनाकर ऑनलाइन टिकट भी खरीद सकते हैं, तो पंकज ने व्यंग्यात्मक शब्दों में कहा- ‘जाओ और कहीं से ले आओ; अगर तुम्हें मिल सकते हैं।’
रिपोर्टर ने उससे टिकट के प्रकार और कीमत की पुष्टि करने के लिए कहा, तो उसने कहा कि वह जांच करके रिपोर्टर से सम्पर्क करेगा। उसने रिपोर्टर को लखनऊ और मुंबई मैचिज के लिए पास या टिकट की भी पेशकश की, जहां भारत क्रमश: इंग्लैंड और श्रीलंका से खेलने वाला था। रिपोर्टर ने उससे कहा कि वह उसे बता देंगे।
पंकज ने रिपोर्टर को 20 अक्टूबर को यह बताने के लिए फिर फोन किया कि 25 अक्टूबर को दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया-नीदरलैंड मैच के टिकट 2,000 रुपये प्रति टिकट यानी 4,000 रुपये दो टिकट के हिसाब से मिल रहे थे; क्योंकि मांग में कमी थी। उसने यह भी कहा कि 29 अक्टूबर को लखनऊ में भारत-इंग्लैंड मैच के टिकट्स की काफी मांग है और ये काफी महंगे होंगे। रिपोर्टर ने शुरू में ऑस्ट्रेलिया-नीदरलैंड मैच में रुचि दिखायी; लेकिन भारत-इंग्लैंड मैच के प्रचार के बारे में सुनने के बाद अपना विचार बदल दिया। रिपोर्टर ने पंकज से भारत-इंग्लैंड मैच के लिए टिकट या कॉम्प्लिमेंट्री पास की व्यवस्था करने के लिए कहा। हालांकि उसने चेताया कि इनकी कीमत काफी ज्यादा हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट्स से पता चलता है कि बीसीसीआई ने आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के सभी टिकट ऑनलाइन बेचे हैं। ऐसे में यह सोचने वाली बात है कि पंकज जैसे एजेंट इन टिकट्स को आम जनता को अधिक दरों पर कैसे बेच पाते हैं? क्या काला-बाजारियों ने सभी ऑनलाइन टिकट्स बुक कर लिये थे? और अब उन्हें प्रत्येक मैच की माँग के आधार पर बढ़ी हुई कीमतों पर बेच रहे थे?
पंकज : सर! ऑस्ट्रेलिया-नीदरलैंड वाली टिकट लेनी है?
रिपोर्टर : हो जाएगी?
पंकज : हां, इसकी प्राइसिंग भी बहुत कम है। करीब-करीब 2,000 रुपये की दे रहे हैं।
रिपोर्टर : ये टिकट है?
पंकज : हां।
रिपोर्टर : कितने में मिलेगी मुझे?
पंकज : आपको? टिकट ही है, कॉम्प्लिमेंट्री पास नहीं है।
रिपोर्टर : मुझको कितने में मिलेगी?
पंकज : आपको भी 2के (हजार) में ही मिलेगी।
रिपोर्टर : आप मुझे 2 टिकट करवा दो।
पंकज : आप मुझे बोलोगे, तभी करवाऊँगा; नहीं तो…अदर वाइज मेरी पॉकेट से जाएगा ध्यान रखना, …क्लियर बता रहा हूं आपको।
रिपोर्टर : मुझे 4के (हजार) देने होंगे ना?
पंकज : हां; मैं वही कह रहा हूं 4,000 देने पड़ेंगे। …भेज देंगे ना आप किसी को?
रिपोर्टर : भेज देंगे, …हा..हा,(हंसते हुए) गुड़गांव मत बुलाओ यार!
पंकज : कहां लेकर आऊं? …अच्छा मेरे को ना दिल्ली आना है; आई विल कम ऑन मंडे।
रिपोर्टर : मंडे आएंगे? मंडे है 23 (तारीख), …ठीक है; 25 का मैच है ना?
पंकज : ठीक है कोई चला जाएगा, दिक्कत तो नहीं है? …पर ऐसा न हो, मेरी जेब से लग जाए!
रिपोर्टर : सर! अगर मैंने टिकट नहीं भी लिया, तब भी पेमेंट कर दूंगा। …और बताइए।
पंकज : मैं ना! आपकी टिकट कर दूंगा। आप मुझे पेटीएम कर देना। …ज्यादा कहो, ज्यादा कर दूं। …4 कर दूं?
रिपोर्टर : नहीं, 2 ही कर दीजिए। …अच्छा, रेट-टू-रेट में क्या फायदा है इनका?
पंकज : रेट-टू-रेट इसलिए बेच रहे हैं, ज्यादा डिमांड नहीं है।
रिपोर्टर : अच्छा! डिमांड नहीं है?
पंकज : डिमांड सप्लाई होती है ना बेसिकली; …इंडिया की बहुत ज्यादा डिमांड होती है। …अभी आप देखो, जो लखनऊ वाला मैच है ना! वो काफी एक्सपेंसिव जा रहा है; क्यूंकि वो इंडिया और इंग्लैंड का है। …जो मैच है, यू नो वो कितना बड़ा मैच है?
रिपोर्टर : इंडिया-इंग्लैंड, लखनऊ में?
पंकज : इंडिया-इंग्लैंड, लखनऊ में।
रिपोर्टर : इंडिया-इंग्लैंड का कितना रेट है?
पंकज : इसका मेरे को लगता है महंगा जाएगा।
रिपोर्टर : कितना?
पंकज : मेरे को पता नहीं है, …मैं तो इसका भी आपको 4-5 बता रहा था। …बट 2 (हजार) में ही मिल रही है।
रिपोर्टर : तो इंडिया इंग्लैंड का बता दो ना, ऑस्ट्रेलिया का छोड़ देते हैं।
पंकज : इंग्लैंड? आप बोलोगे, तो मैं पूछ लूंगा।
रिपोर्टर : नीदरलैंड्स-ऑस्ट्रेलिया छोड़ देते हैं; कमजोर टीम है। …क्या? टीम वीक है नीदरलैंड्स, …वन साइडेड मैच होगा।
पंकज : हां; ये आप कह सकते हो।
रिपोर्टर : इसका रहने दो आप, …मुझे लखनऊ मैच का बताओ; …इंग्लैंड वाला। …नीदरलैंड-ऑस्ट्रेलिया रहने दो।
पंकज : ठीक है, लखनऊ वाला बताऊं फिर? पर आपकी कॉस्ट लग जाएगी; बाया रोड जाना पड़ेगा।
रिपोर्टर : कोई बात नहीं, वो चलेगा; …लखनऊ वाला बता दो। लखनऊ कहां दूर है? …बाया रोड पांच घंटे में पहुंच जाएंगे।
पंकज : 650 किमी है।
रिपोर्टर : मेरे लिए नजदीक ही है, मैं नोएडा में रहता हूं। …आप मुझे रेट बता दो भारत-इंग्लैंड के।
पंकज : तो मैं इस वाले, …नीदरलैंड को स्किप कर रहा हूं?
रिपोर्टर : ठीक है, ओके।

पिछले सीजन के आईपीएल में इसी तरह के खुलासे के बाद ‘तहलका’ एसआईटी ने भारत में चल रहे आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में एक और पड़ताल की है। पंकज जैसे दलाल न केवल आईसीसी के कॉम्प्लिमेंट्री पास बेच रहे हैं, बल्कि क्रिकेट प्रशंसकों के बीच माँग के आधार पर उनकी कीमतें तय करके क्रिकेट मैच के टिकट भी बेच रहे हैं। पंकज के अनुसार, उन मैचिज के लिए टिकट की कीमतें अधिक हैं, जहां भारत खेल रहा है। जबकि जहां भारत शामिल नहीं है, उन मैचिज, जैसे कि 25 अक्टूबर को दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया-नीदरलैंड मैच; के टिकट कम मूल्य पर बिकते हैं। हालांकि बड़ा सवाल यह है कि क्या कालाबाजारियों ने सभी ऑनलाइन टिकट बुक कर लिए हैं? और अब उन्हें आम जनता को बेच रहे हैं? साथ ही मैच की मांग के आधार पर टिकट और कॉम्प्लिमेंट्री पास की कीमतें तय कर रहे हैं?
‘तहलका’ ने इस बार खुलासा किया है कि कैसे दलाल आईसीसी विश्व कप क्रिकेट के कॉम्प्लिमेंट्री (मुफ्त) पास बेच रहे हैं? अब यह आईसीसी और बीसीसीआई पर निर्भर है कि वो इसकी जाँच करें।   (जारी…)