शराब पर प्रतिबंध लगाने की ओर बढ़ रहे बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक मंत्री का बयान आया है, जिनके अनुसार राज्य में अंग्रेजी शराब पर प्रतिबंध लगाना सरकार के लिए इसलिए मुश्किल है क्योंकि अमीर अच्छी नींद लेने के लिए इसे पीते हैं. ये अजीबोगरीब बयान समाज कल्याण मंत्री कुमारी मंजू वर्मा का है. बिहार में इस साल एक अप्रैल से देसी शराब पर पूर्ण प्रतिबंध लगने वाला है, वहीं एक सितंबर से अंग्रेजी शराब को भी प्रतिबंधित कर दिया जाएगा.
तीन फरवरी को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘अमीर लोग जैसे डॉक्टर, इंजीनियर और वकील थकान मिटाने के लिए शराब पीते हैं. वे ऐसा अच्छी नींद लेने के लिए करते हैं. इसे शराब पीने की आदत नहीं कहा जा सकता. इन्हीं परिस्थितियों के चलते राज्य में अंग्रेजी शराब पर प्रतिबंध लगाने में दिक्कतें आएंगी.’ उन्होंने आगे कहा, ‘राज्य में अमीर लोगों की कई श्रेणियां हैं, जो थकान मिटाने के लिए महंगी शराब पीते हैं.’ इस बयान से बवाल मचने पर मंत्री ने सफाई देते हुए कहा, ‘मैं सामान्य रूप में यह बात कह रही थी. मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा, ये बातें पहले भी कही जा चुकी हैं.’ उधर, भाजपा ने इसे लेकर नीतीश सरकार को घेर लिया है. भाजपा का कहना है कि सरकार की कथनी और करनी में फर्क साफ दिखाई दे रहा है. एक तरफ सरकार शराबबंदी की बात कर रही है और दूसरी तरफ सरकार के मंत्री ऐसे गैर-जरूरी बयान दे रहे हैं.