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तहलका विशेष

क्या रील लाइफ़, हमारी रियल ज़िंदगी को बरबाद कर रही है?

खंडेलवाल द्वारा28 अक्तूबर 2025 पहले खाली वक्त में अंताक्षरी खेलते थे, अब रील्स और यूट्यूब शॉट्स से फुर्सत नहीं मिल रही। फालतू बैठी गृहणियां मोबाइल...

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कई सरकारी संस्थाओं में ख़ाली पड़े हैं महत्त्वपूर्ण पद

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झारखण्ड में निगम, बोर्ड, आयोग, परिषद् समेत कई ऐसी सरकारी संस्थाएँ हैं, जिनमें वर्षों से कहीं अध्यक्ष, तो कहीं सदस्य के पद ख़ाली पड़े...

आप से बात

नये रूप में तहलका,मगर तेवर वही

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'तहलका’ के नये लेआउट में अब ज्योतिष, पहेलियाँ, बॉलीवुड के पर्दे के पीछे की ख़बरें और आध्यात्मिक कॉलम जैसी सुविधाएँ शामिल हैं। लेकिन इसका...

क्या दिल्ली का भला कर सकेंगी मुख्यमंत्री रेखा?

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हाल के वर्षों में भाजपा ने मुख्यमंत्रियों की अपनी पसंद से राजनीतिक पर्यवेक्षकों को आश्चर्यचकित करने की आदत विकसित कर ली है। चाहे वो...

क्या आप की हार से इंडिया गुट में बढ़ी परेशानी?

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प्रसिद्ध कवि जेफ्री चौसर और टी.एस. एलियट, दोनों ने अप्रैल को 'सबसे क्रूर महीना’ बताया है; लेकिन आम आदमी पार्टी के लिए फरवरी यह...

लुभावने वादों पर टिके दिल्ली चुनाव

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दिल्ली विधानसभा चुनाव वादों की दौड़ में बदल गया है, जिसमें आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस सभी मतदाताओं को...