कोरोना के चलते दो सालों से होली का पर्व व बाजार बदरंग रहा है। वहीं इस साल कोरोना के फींके पड़ने से होली के सामानों से बाजार गुलजार है। देशी और चीनी होली के सामानों से बाजार अटे पड़े है। जहां -तहां बाजारों में लोग कोरोना के न होने से खरीददारी करने में लगे है।दिल्ली के बाजार वालों का कहना है कि कोरोना के कारण गत सालों से होली के सामान बेंचने वाले नारायण दास का कहना है कि भले ही हम सब व्यापारी चीनी समान का विरोध कर लें । लेकिन आज भी चीनी सामान की मांग जोरों पर । लोग सस्ते होने के कारण चीनी समान की खरीददारी कर रहे है। लेकिन इस बार इतना जरूर है कि देशी प्रोडक्ट भी जमकर बिक रहे है।जिसमें देशी गुलाल और रंग भी शामिल है। सदर बाजार के होली के समान के बिक्रेता राकेश यादव का कहना है कि कोरोना के न होने के कारण दिल्ली के ही नहीं बल्कि अन्य राज्यों से छोटे -बड़े व्यापारी सामान खरीदकर ले जा रहे है। लोगों में उत्साह है। उनका कहना है कि होली के जश्न में इस बार सिसायी रंग कुछ ज्यादा ही दिख रह रहा है। उनका कहना है कि होली के एक सप्ताह पहले पांच राज्यों के चुनाव परिणाम घोषित हुये है। सो पांच राज्यों में एक सप्ताह पहले ही होली जैसा जश्न दिखने लगा है। जहां -तहां लोगों ने गुलाल लगाकर और गुलाल उड़ाकर होली का जश्न मनाया है और मना रहे है।इसलिये इस साल होली का पर्व की रौनक बजारों में दिख रही है।बाजारों में साफ देखा जा सकता है। कि इस बार की होली को लेकर लोगों मेंं बड़ा ही उत्ताह है। सबसे बड़ी बात ये है। कि बाजारों में सियासी चेहरे वालों की सामानों की बिक्री भी हो रही है।