हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को जान से मारने की धमकी मिली है। अब पुलिस यह धमकी देने वाले आरोपी से पूछताछ कर रही है .पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है, लेकिन गिरफ्तार नहीं किया है। उसने यह धमकी सोशल मीडिया पर दी है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस हर पहलू से इसकी जांच कर रही है। गौरतलब है कि हाल ही में हेत राम नामक एक युवक ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को जान से मारने की धमकी दी थी। यह धमकी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक में उसे दी है। मिली जानकारी के मुताबिक १६ फरवरी को शाम ८.59 बजे हेत राम नामक व्यक्ति ने अपने फेसबुक अकाउंट पर डाली अपनी पोस्ट में लिखा है ”भाईयों मैं मरना चाहता हूं पर जय राम को मारकर जाऊंगा”।
पुलिस के मुताबिक आरोपी हेत राम सराज संघर्ष समिति का सचिव है। सराज मुख्यमंत्री जय राम के गृह हल्का भी है। यह भी बताना ज़रूरी है कि सराज समिति के बैनर तले ही जंजैहली में एसडीएम कार्यालय की मांग को लेकर बीते करीब चार हफ्ते से जबरदस्त विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इस मामले में और तेजी सोमबार को आई जब लोग क्रमिक अनशन पर बैठ गए। इस मामले की बहुत चर्चा इस लिए भी है क्योंकि कुछ रोज पहले पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता प्रेम कुमार धूमल ने कहा था कि इस विरोध प्रदर्शन से उनका कुछ लेना देना नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में उनका नाम इस आंदोलन के पीछे उछाला गया था।
अब फेसबुक पर मुख्यमंत्री को मिली धमकी से मामले में दिलचस्प मोड़ आ गया है। जब सोशल मीडिया पर यह पोस्ट डाली गई तो उसके बाद रोड पंचायत के उपप्रधान टेक सिंह ने इस बाबत जंजैहली थाना में जाकर शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए आईपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है। हालांकि अभी तक आरोपी हेतराम से पूछताछ ही की जा रही है, उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है।
मंडी के जिला पुलिस प्रमुख ने तहलका से बातचीत में पुष्टि करते हुए बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और कार्रवाई जारी है। इस बीच आरोपी हेतराम ने इस पोस्ट के अगले दिन एक और पोस्ट डाली है, जिसमें लिखा है – ”जिस किसी ने भी यह हरकत की है उसका नबंर जल्द ही ट्रेस कर लिया जाएगा”। इस पोस्ट के माध्यम से हेतराम ने अपने फेसबुक अकाउंट के साथ छेड़छाड़ होने का शक जताया है। बहरहाल पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है। इस मामले के राजनितिक रंग लेने की पूरी संभावना है।