हाथापाई के बीच मतदान में पीएम शहबाज़ के बेटे हमजा चुने गए पंजाब के मुख्यमंत्री

पाकिस्तान में जहाँ इस्लामाबाद में शहबाज़ शरीफ की सत्ता स्थापित हुई है, वहीं देश के दूसरे सबसे बड़े सूबे पंजाब में उनके सबसे बड़े बेटे हमजा शहबाज़ (48) मुख्यमंत्री चुन लिए गए हैं। पंजाब विधानसभा में छह घंटे तक चले सत्र में इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्यों के शोरशराबे और दोनों पक्षों में हाथापाई के बीच हमजा का चुनाव हुआ। मतदान में पीटीआई के 24 विधायकों ने भी हमजा के पक्ष में वोट किया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक पीटीआई और उसकी सहयोगी पीएमएल-क्यू ने विधानसभा सत्र का बहिष्कार किया। सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर हाथापाई हुई। हमजा के खिलाफ खड़े पीटीआई-पीएमएलक्यू के साझे उम्मीदवार परवेज इलाही इस दौरान घायल हो गए। यहाँ तक कि डिप्टी स्पीकर दोस्त मुहम्मद मजारी से भी हाथापाई हुई।

मजारी पर हमला करने के आरोप में पुलिस ने पीटीआई के तीन विधायकों को हिरासत में ले लिया है। डिप्टी स्पीकर की घोषणा के मुताबिक हमजा को चुनाव में 197 मत मिले। पंजाब देश का दूसरा सबसे बड़ा प्रांत है। हमजा को मुख्यमंत्री बनने के लिए 371 के सदन में 186 मतों की जरूरत थी। यहाँ तक कि हमजा पीटीआई के असंतुष्ट विधायकों के भी 24 मत पाने में सफल रहे।

यहाँ यह बताना दिलचस्प है कि हमजा (48) शहबाज के सबसे बड़े पुत्र हैं। उनके खिलाफ 14 अरब रुपये के धन शोधन का मामला चल रहा है और वो जमानत पर हैं। मामले की जांच संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) कर रही है। धनशोधन मामलों में जमानत पर रिहा होने से पहले हमजा 20 महीने जेल में रहे थे।