सोनिया गांधी ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर लिखी गई पुस्तक, मल्लिकार्जुन खरगे: ‘पॉलिटिकल एंगेजमेंट विद कम्पैशन, जस्टिस एंड इनक्लूसिव डेवलपमेंट’ का बुधवार को विमोचन किया। नई दिल्ली के जवाहर भवन में आयोजित समारोह में सोनिया गांधी के अलावा विपक्ष के कई नेताओं ने खरगे की नेतृत्व क्षमता पर पूरा भरोसा जताया है।
सोनिया गांधी की मौजूदगी में विपक्षी नेताओं ने माना कि खरगे ही ‘सोलिल्लादा सरदारा’ (हार न मानन वाला लीडर) हैं।
कांग्रेस पार्टी की पूर्व अध्यक्ष ने कहा, राजनीतिक जीवन एवं राष्ट्र की लोकतांत्रिक यात्रा में खरगे का पचास साल का सफर शानदार रहा है। वे अपनी विचारधारा पर चलते रहे। उन्होंने एक बार भी समझौता नहीं किया। वे सदैव मूल्यों की राजनीति करते रहे हैं। इस लंबी यात्रा में उन्होंने अमिट छाप छोड़ी है। राष्ट्र की सेवा में खरगे ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। जन सेवा में खरगे का इतना लंबा सफर, प्रेरणादायक है। सामान्य परिवार से आने वाले खरगे, सांप्रदायिकता से लड़े, धर्मनिरपेक्षता की राह पर चले और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई। उनका विश्वास सभी के लिए अनुकरणीय है।
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा, खरगे एक ऐसे शख्स हैं, जो एक एक व्यक्ति की सुनते हैं। संसद में विपक्षी रणनीति पर चर्चा के दौरान उनकी खरगे से पहली मुलाकात हुई थी। तब देखा, वे सभी की सुनते हैं। आज गणतंत्र और खरगे की यात्रा, लगभग समानांतर सी हैं। सीताराम येचुरी ने कहा, खरगे की सबसे बड़ी खासियत है कि उनके पास ‘नफरत’ नहीं है। ‘इंडिया’ गठबंधन में उनकी पूरी विश्वसनीयता है। उनके नेतृत्व में ‘जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया’, यह मुहिम पूरी होगी। खरगे, सभी लोगों को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे। समारोह को पूर्व केंद्रीय मंत्री टीआर बालू ने भी संबोधित किया। मल्लिकार्जुन खरगे पर लिखी गई इस किताब में विपक्षी दलों के नेताओं ने भी अपनी बात कही है।
समारोह में प्रियंका गांधी, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंद्र सुक्खू सहित कांग्रेस पार्टी के अनेक नेता मौजूद रहे।