सुरक्षा को मिले प्राथमिकता

देश की सुरक्षा सभी देशवासियों के लिए सर्वोपरि है। मगर पाकिस्तान से सचिन के प्यार में अपने पति को छोडक़र आयी सीमा हैदर की घुसपैठ ने सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न लगा दिये हैं। सीमा हैदर को लेकर देश में ही दो पक्ष खड़े हो गये हैं। एक पक्ष सीमा हैदर को पाकिस्तानी जासूस बता रहा है एवं सीमा हैदर व उसके भारतीय पति सचिन को दण्ड देने की माँग कर रहा है। दूसरा पक्ष सीमा हैदर को भारतीय नागरिकता देने एवं उसे बरी करने की माँग कर रहा है। इस पक्ष ने सीमा हैदर को सदैव के लिए भारत में रहने देने एवं देश के राष्ट्रपति से उसे भारतीय नागरिकता देने की माँग की है। इस पक्ष ने सीमा हैदर का नाम बदलकर सीमा मीणा भी कर दिया है। सीमा हैदर को भारतीय नागरिकता देने की अपील करने वालों में अधिवक्ता एस.पी. सिंह भी हैं।

अधिवक्ता एस.पी. सिंह ने राष्ट्रपति द्रोपदी को लिखे पत्र में कहा है कि सचिन मीणा के साथ हिन्दू रीति-रिवाज़ों से विवाह करने के बाद अब सीमा मीणा अपने पति और चारों बच्‍चों के साथ, जिन्हें सचिन ने अपना लिया है, अपने ससुराल पक्ष के घर में रहना चाहती हैं। उनकी प्रार्थना है कि उन्‍हें भारतीय नागरिकता प्रदान करने के साथ ही इसकी इजाज़त दी जाए, ताकि वह यहाँ भारतीय संस्कृति के तहत अपना जीवन जी सकें।

प्रो. सत्यवीर सिंह कहते हैं कि सुरक्षा में चूक होना कोई अच्छी बात नहीं है। ये राष्ट्रहित में नहीं है। अगर राष्ट्र की सुरक्षा में कभी कोई चूक होती है, तो इसके लिए सरकार एवं सुरक्षा एजेंसियाँ दोनों ही उत्तरदायी होनी चाहिए। सीमा हैदर जिस प्रकार से आसानी से राष्ट्र की सुरक्षा एजेंसियों एवं पुलिस को चकमा देकर देश के भीतर चार बच्चों को लेकर घुस आती है, वो आश्चर्यजनक रूप से विस्मित करने वाला है। ये कोई खेल अथवा हँसी-मज़ाक़ का विषय नहीं है। अगर उसने सचिन से विवाह ही करना था, तो उसे क़ानूनी प्रक्रियाओं को पहले से ही पूरा करते हुए भारत में आना चाहिए था।

इस मामले में सीमा हैदर की तरह उसका कथित पति सचिन तो दोषी है ही; मगर यदि निष्पक्ष एवं सही रूप से जाँच हो, तो न जाने कितने ही लोग दोषी पाये जाएँगे। हमें इस मामले में कोई तीखी प्रतिक्रिया करने का अधिकार नहीं है ये मामला सरकार एवं जाँच एजेंसियों का है, इसके लिए उनके बयान एवं प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा करना ही उचित है। अधिवक्ता छत्रपाल सिंह कहते हैं कि लोगों को इस मामले में टिप्पणियों एवं राय देने से बचना चाहिए। सरकार अपना काम कर रही है। अगर सुरक्षा में सेंध लगाने का प्रयास किसी ने किया होगा, तो सरकार उसे दंडित करेगी। जाँच एजेंसियाँ पूरी तन्मयता से जाँच कर रही हैं।

कहानी में नये-नये मोड़

उल्लेखनीय है कि पबजी पर उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा निवासी सचिन से प्यार की पींगें बढ़ाने वाली सीमा हैदर सिंध जनपद के गाँव जैकोबाबाद से नेपाल के रास्ते इतने चुपके से भारत में घुसकर सचिन के घर तक पहुँच गयी कि किसी को पता तक नहीं चला। सचिन ने सीमा को भारतीय नागरिकता दिलाने का भी प्रयास किया मगर पोल खुल गयी। पाकिस्तान से भारत आयी सीमा हैदर का जब मीडिया का सामना हुआ, तो उसके हर दिन बदलते बयानों ने संदेह पैदा किया।

अब इस मामले में हर दिन नये-नये मोड़ आने से कुछ भी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। सचिन मीणा एवं सीमा हैदर को गिरफ़्तार भी किया गया, जहाँ दोनों का स्वास्थ्य बिगडऩे के समाचार मिले। दोनों से पूछताछ चल रही है। सचिन के घर के बाहर पुलिस तैनात है। 30 वर्षीय सीमा हैदर का फर्राटेदार अंग्रेजी बोलना एवं यह भी कहना कि वह पाँचवीं तक पढ़ी-लिखी है किसी के गले नहीं उतर रहा है। देश में सीमा हैदर को जेल भेजने से लेकर उसे वापस पाकिस्तान भेजने तक की बात लोग कर रहे हैं। अब सीमा हैदर ने नया दाँव खेलते हुए कहा है कि अगर वो पाकिस्तान गयी, तो उसे जान से मार दिया जाएगा। इन दिनों सीमा मामले में उत्तर प्रदेश एटीएस, नोएडा पुलिस एवं इंटेलिजेंस ब्यूरो जाँच में लगी हैं। सीमा के बयानों एंव बातों में विरोधाभास सभी को हैरान किये हुए है। सीमा हैदर ने अपनी सुरक्षा एवं उसे भारत की बहू बने रहने देने की गुहार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लगायी है।

जाँच एजेंसियाँ सीमा मामले में कई पहलुओं पर जाँच कर रही हैं। सुरक्षा एजेंसियों की बात सीमा के घर वालों से भी हुई है, उसके ससुर अमीर जान का कहना है कि उनका बेटा अर्थात् सीमा का पाकिस्तानी पति उन्हें कोई पैसा नहीं देता है, वो अपनी पूरी कमायी सीमा को ही देता रहा है। नौ साल के विवाह समय में सीमा के ससुराल वालों से बहुत अच्छे रिश्ते नहीं रहे। मगर सीमा के ससुर का यह भी कहना है कि उसके पोते-पोतियों को पाकिस्तान वापस भेजा जाए सीमा उनका भविष्य तय नहीं कर सकती। वहीं सीमा के पति ग़ुलाम हैदर का भी बयान सामने आया है। उसका कहना है कि सीमा ने यह भी बताया कि उसका भाई 2022 से पाकिस्तानी आर्मी में है। उसके चाचा भी पाकिस्तानी आर्मी में थे।

सीमा हैदर पूरे हिन्दू रीति-रिवाज़ से सचिन के साथ रह रही थी एवं यह भी कहती रही है कि उसे इस्लाम धर्म पसंद नहीं है, हिन्दू धर्म पसंद है। उसने नमाज़ पढऩा भी बन्द कर दिया है। उसने कहा है कि उसने सचिन से पशुपतिनाथ मंदिर के गुएश्वरी मंदिर में विवाह किया है। मगर मंदिर ट्रस्ट के प्रवक्ता ने कहा है कि इस मंदिर में कोई विवाह नहीं कराया जाता है। इस मंदिर में सीमा एवं सचिन का कोई ब्योरा भी नहीं मिला। मंदिर में विवाह न होने की बात सामने आने पर सीमा ने कहा कि उसने सचिन से नेपाल के होटल में विवाह किया है। सीमा हैदर स्वयं को निर्दोष भी बता रही है एवं यह भी कह रही है कि उसे चोरी से भारत नहीं आना चाहिए था, यह उसकी भूल थी। कहानी उलझाऊ बहुत है अत: इस मामले में जाँच एजेंसियों की रिपोर्ट आने पर ही सब कुछ स्पष्ट हो सकेगा। लगातार जाँच चल रही है।

एक जासूस दबोचा

राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ने अलीगढ़ से एक अन्य पकिस्तानी जासूस फ़ैज़ान अंसारी उर्फ़ फ़ैज़ को दबोचा है। उसके किराये के घर की जाँच में पता चला कि वह झारखण्ड के लोहरदगा जनपद का रहने वाला है। फ़ैज़ान के पास से जाँच एजेंसी ने उसके घर से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अतिरिक्त आपत्तिजनक सामग्री एवं सुरक्षा सेंध से सम्बन्धित दस्तावेज़ ज़ब्त किये हैं। दस्तावेज़ अंसारी उर्फ़ फ़ैज़ अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का छात्र बताया गया है। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी उसके विश्वविद्यालय से जुड़ी जानकारियों को जुटा रही है। फ़ैज़ान अंसारी लंबे समय से विदेश स्थित आईएसआईएस संचालकों के सम्पर्क में था। ये संचालक प्रतिबंधित आतंकी संगठन में भर्ती के लिए उसका मार्गदर्शन कर रहे थे। फ़ैज़ान के अतिरिक्त सलमान नाम का एक युवक झांसी स्थित बबीना के आर्मी छावनी की जासूसी करने के आरोप में पकड़ा गया है।

सलमान उत्तर प्रदेश के गोंडा के रहने वाले रईस नाम के एक युवक का मित्र है एवं उसी के कहने पर आर्मी छावनी की फोटो खींचकर एवं वीडियो बनाकर रईस को भेज रहा था। रईस ने ये सब पाकिस्तानी व्यक्ति को भेजा। अपने पाकिस्तानी आकाओं को भारतीय सैन्य ठिकानों की जानकारी देने वाला रईस पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई एवं पाकिस्तानी आतंकी संगठन अलकायदा के लिए जासूसी कर रहा था। रईस ने वहाँ से हवाला के माध्यम से लाखों रुपये भी प्राप्त किये थे। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने एक अन्य पाकिस्तानी जासूस इमरान ख़ान को 2022 में राजस्थान से दबोचा था। इससे पूर्व में महाराष्ट्र से भी अरमान सैय्यद एवं मोहम्मद सलमान सिद्दीक़ी को पाकिस्तान के लिए काम करने के जुर्म में दबोचा गया था। इसके अतिरिक्त सन् 1996 में ज़ाफ़रिया, अमरे खाँ एवं नबिया सहित पाँच लोग दबोचे गये। सन् 2002 में रमजान एवं नूरे खाँ पकड़े गये। सन् 2006 में बीकानेर का नूरे खाँ पकड़ा गया। सन् 2013 में मौलवी अल्लाबक्श, माजिद खाँ एवं ग़ुलाम रसूल पकड़े गये।

विश्वासघाती हिन्दू चेहरे

ऐसा नहीं है कि केवल मुस्लिम ही भारत से विश्वासघात करते हैं। कई हिन्दू भी पैसे के लालच में अपने राष्ट्र से विश्वासघात करते हुए पकड़े गये हैं। कुछ समय पूर्व पुलिस और सीमा पर तैनात राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने पाकिस्तानी ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई के एजेंट नंदलाल महाराज को जयपुर से दबोचा था। नंदलाल यहाँ आरडीएक्स सप्लाई करने वाला था। नंदलाल के पास से पुलिस एवं जाँच एजेंसी को आर्मी के नक्शे, आर्मी के टेग नंबर, सेना की गतिविधियों की जानकारी सम्बन्धी दस्तावेज़, सैन्य हवाई अड्डे के फोटो, माइक्रो एडी कार्ड आदि मिले। जासूस नंदलाल ने पूछताछ में बताया कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई देशों के आर्मी अधिकारियों एवं युद्धाभ्यास की जानकारी पाकिस्तान को भेजी थी। उसने जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, जालोर सहित पश्चिमी राजस्थान में 25 से अधिक लोगों को अपने नेटवर्क से जोड़ लिया है।

इसके अतिरिक्त रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन से जुड़ा वैज्ञानिक प्रदीप कुरुलकर पकड़ा गया, जो पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सक्रिय सदस्य एवं पदाधिकारी था। इसके अतिरिक्त बाड़मेर के चौहटन के ताला गाँव का व्यापारी संतोष माहेश्वरी पाकिस्तान के के लिए जासूसी करते पकड़ा गया था। ऐसे कई हिन्दू जासूस भी राष्ट्र से विश्वासघात करते हुए पकड़े गये हैं। मगर हम सबको ध्यान रखना चाहिए कि राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोपरि होती है। अगर कोई राष्ट्र की सुरक्षा से खिलवाड़ करता है तो उसे किसी भी हाल में क्षमा नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये राष्ट्रद्रोह है।