सीक्वल-रीमेक का बढ़ता मायाजाल

पिछले दिनों कार्तिक आर्यन, भूमि पेडणेकर, अनन्या पांडे की मुख्य भूमिका से सजी एक छोटी-सी फिल्म ‘पति-पत्नी ओर वो’ की सफलता तो यही दर्शाती है कि हमारे फिल्म निर्माता रीमेक और सीक्वल फिल्मों को लेकर अब कुछ ज़्यादा ही उत्साहित हो उठे हैं। मात्र 10 करोड़ में बनी इस फिल्म की 80 करोड़ की कमायी ने फिर एक बार यह साबित कर दिया है कि यदि फिल्म का सब्जेक्ट ठीकठाक होता है, तो एक छोटी-सी फिल्म भी बड़ी बन जाती है। यही वजह है कि इस समय हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में दो दर्जन से ज़्यादा ऐसी फिल्में बन रही हैं, जो या तो किसी फिल्म का हिट सीक्वल है, या फिर रीमेक। आइए, उनकी एक रोचक पड़ताल करें-

फिल्म निर्माताओं की असुरक्षा

2019 में डबल धमाल, हाउसफुल-4, दबंग-3, मर्दानी-2,  स्टूडेंट ऑफ ईयर-2, पति पत्नी और वो जैसी कई-कई सीक्वल फिल्में आयीं, पर पति-पत्नी और वो ने ही सबसे ज़्यादा झंडे गाड़े। असल में जिस निर्माता की भी पिछली फिल्म हिट होती है, वह उसकी फिल्म को फॉलो करता है। उसे लगता है कि इसे फॉलो करना ही ठीक होगा। अब ज़रा देखेें- 2020 में कितनी सीक्वल और रीमेक फिल्में आएँगी। इस साल छोटी-सी बात, सत्ते में सत्ता, शुभ मंगल सावधान, बागी-3, कुली-1, सड़क-2, भूल-भुलैया-2, हंगामा-2, सत्यमेव जयते-2 जैसी कई फिल्मों के सीक्वल या रीमेक आएँगी। आलम यह है कि दीपक तिजोरी जैसे बी ग्रेट के निर्देशक भी 14 साल बाद अपने 2006 की फिल्म टॉम डिक हैरी का सीक्वल बना रहे हैं। ट्रेड विश्लेषक आमोद मेहरा कहते हैं कि आप कह सकते हैं कि निर्माता इसे एक सेफ साइड गेम समझ रहे हैं। उन्हें लगता है कि पिछली हिट के सहारे सीक्वल फिल्म को आसानी से दर्शकों को परोसा जा सकता है। दर्शक इस भ्रम में हैं कि पिछली फिल्म की तरह यह भी मनोरंजक होगी। इसलिए वे सीक्वल या रीमेक फिल्म को लेकर भी उत्सुक हैं।

क्या वे मुगालते में हैं?

कई मौकों पर तो ऐसा ही हो रहा है। ज़्यादातर निर्माता सिर्फ फिल्म मार्केट को ध्यान में रखकर इस तरह के प्रोजेक्ट की घोषणा कर रहे हैं। इस वजह से यह हो रहा है कि उन्हें प्रोजेक्ट को समझाने के लिए ज़्यादा समय की ज़रूरत नहीं पड़ रही है। फिल्म के सीक्वल की घोषणा होते ही ट्रेड इस मुगालते में आ जाता है कि हिट फिल्म का सीक्वल है, अच्छा ही बनेगा। मुदस्सर अज़ीज़ जैसे एक साधारण से निर्देशक 1976 की एक सुपरहिट फिल्म छोटी-सी बात का रीमेक बना रहे हैं। इसके हीरो आयुष्मान खुराना होंगे। यह रीमेक फिल्म कैसी होगी, अभी यह बताना मुमकिन नहीं है। पर यह तो सभी जानते हैं मूल फिल्म छोटी-सी बात ने सत्तर के दशक में तहलका मचा दिया था।

सत्ते पे सत्ता का क्रेज

1982 की अमिताभ बच्चन की एक सुपरहिट फिल्म सत्ते पे सत्ता का भी अपना अलग क्रेज रहा है। पिछले वर्षों में संजय दत्त से लेकर ऋतिक रोशन तक कई बड़े सितारों ने इसके रीमेक में काम करने की इच्छा व्यक्त की है, पर हर बार यह प्रोजेक्ट कहीं न कहीं आकर रुक जाती है। अब ऐसा कहा जा रहा है कि फराह खान और रोहित शेट्टी ने इस पर फिल्म बनाने का पूरा मन बना लिया है। इन दिनों फराह अपने इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी गम्भीर हैं। खबर है कि वह इसके मुख्य रोल में दीपिका और ऋतिक को चाहती हैं। वैसे सितारों के साथ फराह के जो रिश्ते हैं, उसे देखते हुए स्टारकास्ट उनके लिए कभी बड़ी समस्या नहीं थी। ऐसे में उम्मीद यही की जा सकती है कि इस साल उनकी यह फिल्म जीवंत रूप ले सकती है।

उतरा नहीं हाउसफुल का बुखार

हाल के वर्षों में हाउसफुल का भूत निर्माता साजिद नाडियादवाला का पीछा नहीं छोड़ रहा है। और यह कब उनका पीछा छोड़ेगा, किसी को भी पता नहीं। पहली हाउसफुल ने 100 करोड़ का बिजनेस किया, तो साजिद काफी उत्साहित थे। फिर साजिद खान के निर्देशन में ही हाउसफुल-2 ने 100 करोड़ की तो नहीं, पर ठीकठाक कमायी की। इससे साजिद का सीक्वल बनाने का उत्साह बदस्तूर बना रहा। हाउसफुल-3 में उन्होंने अक्षय के प्रिय लेखक, निर्देशक साजिद फरहाद को इसकी ज़िम्मेदारी सौंपी, लेकिन इस बार अक्षय की मौज़ूदगी के बावजूद 50 करोड़ की इस फिल्म ने मात्र 80 करोड़ का व्यवसाय किया। इससे भी साजिद घबराये नहीं। यही नहीं पिछले दिनों इस फ्रेंचाइची की अगली फिल्म हाउसफुल-4 की बकवास से भी वह ज़रा भी हताश नहीं हुए हैं। अब यूनिट मेंबर्स का कहना है कि हाउसफुल-5 में फिर अक्षय कुमार मुख्य अभिनेता होंगे।

अरसे बाद आँखें और कुली

यदि एक ताज़ा सर्वे पर गौर करें, तो इस समय 25 से ज़्यादा छोटी-बड़ी सीक्वल-रीमेक फिल्मों पर काम चल रहा है। यहाँ तक कि डेविड धवन जैसे हिट निर्देशक भी इस अन्धी दौड़ में शामिल हो चुके हैं। जुड़वाँ के बाद वह अपने बेटे वरुण और सारा अली खान को लेकर कुली नम्बर-1 के रिलीज की तैयारी कर रहे हैं। जुड़वा के बाद वरुण अब अपने इस रीमेक फिल्म को लेकर भी उत्साहित हैं। पिछली बार उन्होंने सलमान की नकल उतारी थी। इस बार गोविंंदा के हिट फिल्म का उन्होंने सहारा लिया है। वह कहते हैं कि मुझे पापा की कई फिल्में बहुत पसंद हैं। आज इनका रीमेक आसानी से बन भी सकता है। इसलिए पापा से विशेष आग्रह कर मैं इन्हें बनवा रहा हूँ। कुछ यही हाल है निर्माता गौरांग दोशी का है। वह अरसे बाद अपने 2002 की हिट फिल्म आँखें का सीक्वल बना रहे हैं।

मुन्नाभाई को भूल गये हैं हिरानी

दिग्गज निर्देशक राजकुमार हिरानी इन दिनों शाहरुख को लेकर एक फिल्म का प्रोजेक्ट बना रहे हैं। इन वर्षों में अपनी सबसे उम्दा क्रिएशन मुन्नाभाई को वह एकदम भूल गये हैं। सच तो यह है कि एकमात्र मुन्नाभाई ऐसी फिल्म है, जिसका सीक्वल हर दृष्टि से जेनुइन लगता है। मगर हिरानी इन दिनों मुन्नाभाई को बहुत पीछे छोड़ चुके हैं। वह कहते हैं कि मुन्नाभाई एमबीबीएस की लोकप्रियता के बाद मेरे ज़ेहन में यह खयाल आया था कि यह वह फिल्म है, जिसका सही सीक्वल बन सकता है।

नहीं होना चाहिए सीक्वल

इसमें कोई दो राय नहीं है कि अपने सीक्वल फिल्म की कहानी को लेकर भी हिरानी काफी ईमानदार और मेहनती है। उतना दमखम बहुत कम निर्देशकों में देखने को मिलता है। मुश्किल यह है कि दूसरे फिल्मकार कई परिवर्तन करके भी एक नयी कहानी पेश नहीं कर पाते हैं। इस साल की अहम फिल्मों बागी-3, कुली-1, सड़क-2,  हंगामा-2, सत्यमेव जयते-2 आदि फिल्मों से दर्शक कुछ ऐसी उम्मीद कर रहे हैं। ट्रेड विश्लेषक आमोद मेहरा बताते हैं कि एक हिट फिल्म का पीछा निर्माता आसानी से छोडऩा नहीं चाहते हैं, इसलिए सीक्वल के बहाने वह कुछ भी बना डालते हैं। यदि हिट फ्रेंचाइची का सहारा ही लेना है, तो हर बार कुछ नया बनाइए। वरना हाउसफुल-4 जैसी हालत होती है। यह काम अच्छी स्क्रिप्ट की मदद से सहज किया जा सकता है, पर हमारे ज़्यादातर फिल्मकार इसी मेहनत से काफी दूर हैं। इसके लिए फिल्मकार राकेश रोशन का उदाहरण देना ठीक होगा। वह इन दिनों कृष-4 की स्क्रिप्ट की तैयारी कर रहे हैं। इससे अलग हटकर देखें, तो बागी फ्रेंचाइची की फिल्में बिल्कुल अच्छा नहीं लिखा जा रहा है। इस बार बागी-3 में ऐसी कोई गलती नही होगी, इसकी उम्मीद सभी कर रहे हैं।

सड़क-2 का चक्कर

इन दिनों तेज़ी से पूरी हो रही महेश भट्ट की सड़क के खूब चर्चे चल रहे हैं। लेकिन सवाल यह उठता है कि महेश भट्ट ने इस फिल्म के स्क्रिप्ट का सामना कैसे किया होगा? क्योंकि उनके ज़्यादातर स्क्रिप्ट राइटर बहुत पिट चुके हैं। उनकी मूल फिल्म सड़क की सफलता को फिर से दोहराने की ज़रूरत नहीं है। मगर उनकी इस फिल्म की सफलता में संगीत का बड़ा योगदान रहा है। अब यह भी चैलेंज सड़क-2 के लिए सबसे बड़ा होगा।

 असीम चक्रवर्ती कहते हैं कि वैसे ज़्यादातर ट्रेड पंडित मानते हैं कि दूसरे अन्य फिल्मी बुखार की तरह सीक्वल का बुखार भी फिल्मवालों पर ज़्यादा दिन तक नहीं रहेगा। क्रिएशन की कमी के चलते इसमें भी बहुत सारी लिबर्टी ली जाएगी। कहानी में अपने मन मन मुताबिक बहुत बदलाव किये जाएँगे और बहाना सिर्फ सीक्वल का होगा और यही हमारी सीक्वल और रीमेक फिल्में दम तोड़ देंगी। तब क्यों न कुछ नया सोचा जाए?

ईश्वर की कृपा से आज मैं काम में व्यस्त हूँ : सिकंदर खेर

सिकंदर खेर की पिछली फिल्म रॉ ने इतना अच्छा नहीं किया बॉक्स ऑफिस पर किन्तु सिकंदर खेर के काम की भरपूर तारीफ हुई। अब उनकी अगली फिल्म अक्षय कुमार स्टारर रोहित शेट्टी निर्देशित फिल्म सूर्यवंशी, जो जल्द रिलीज होगी; पर सभी की नज़रें टिकी हैं। साथ ही वह वेब सीरीज चार्ज शीट-5 अमेजन पर दिखायी देंगे। पेश है सिकंदर खेर के साथ लिपिका वर्मा की बातचीत की। लिपिका ने पूछा कि आपका काम फिल्म रॉ में सराहा गया। हालाँकि फिल्म कुछ अच्छे नतीजे नहीं ला पायी बॉक्स ऑफिस पर? इस पर खेर ने कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि कम से कम लोगों ने मेरा काम सराहा तो सही। इसमें पाकिस्तानी पुलिस वाले का िकरदार कर रहा था तो मैंने थोड़ी-सी उधर की भाषा का इस्तेमाल भी किया; ताकि कैरेक्टर में कुछ अलगपन ला पाऊँ। तारीफ से थोड़ा सा आत्मविश्वास बढ़ जाता है। उत्साहजनक भी महसूस होता है और हम बेहतर काम करने की कोशिश में लग जाते हैं।