कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने मणिपुर हिंसा पर चर्चा को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। स्पीकर ओम बिरला ने कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए कहा कि सभी सदस्यों से बात करने के बाद इसपर चर्चा का समय तय किया जाएगा।
अविश्वास प्रस्ताव को विपक्षी के इंडिया गठबंधन का समर्थन हासिल है। स्पीकर ने प्रस्ताव पेश होने के बाद कहा – ‘अविश्वास प्रस्ताव को मंजूर किया जाता है और सभी दलों से चर्चा के बाद प्रस्ताव के समय का ऐलान किया जाएगा’।
कांग्रेस के सदस्य सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बुधवार की सुबह नोटिस दिया था। वहीं तेलंगाना में सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने भी अलग से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए नोटिस दिया था।
बता दें, कांग्रेस ने कल (मंगलवार) को लोकसभा में अपने सांसदों के लिए तीन पंक्ति का उपस्थिति व्हिप जारी किया था। और आज (बुधवार) को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की संसद भवन में इंडिया के घटक दलों के साथ बैठक हुई थी।
इस बैठक के बाद कांग्रेस के उत्तर पूर्व सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दाखिल किया था।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट कर कहा कि, मैं अपने मुद्दे सदन के सामने रख रहा था, और जब 50 लोगों ने 267 पर नोटिस दिए, मुझे संसद में बोलने का मौका भी नहीं मिला। ठीक है। लेकिन कम से कम जब मैं बोल रहा हूं तो मेरा माइक बंद कर दिया गया, ये मेरे प्रिवलेज का धक्का है। ये मेरा अपमान हुआ है। मेरे सेल्फ-रिस्पेक्ट को उन्होंने चुनौती किया है। और सरकार के इशारे पर अगर सदन चला तो मैं समझूंगा लोकतंत्र नहीं है।