बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की पहली आधिकारिक महाबैठक समपन्न हुई। इस बैठक में 15 विपक्षी दलों के नेताओ ने भाग लिया। इस बैठक के कई सियासी मायने है। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनावों में आपसी मतभेद भुला कर कैसे एकजुट हुआ जाए, एक साझा कार्यक्रम बनाने पर जोर देने के साथ ही अन्य मुद्दो पर भी चर्चा हुई। लोकसभा चुनाव पर चर्चा के साथ ही कई नेताओं ने अपने राज्य के मुद्दे भी उठाए। एक तरफ जहां केजरीवाल ने अध्यादेश पर समर्थन मांगा वहीं पूर्व सीएम उमर अबदुल्लाह और मेहबूबा मुफ्ती ने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का मुद्दा भी उठाया।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, जेडीयू नेता नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, NCP प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, NC नेता फारुख अब्दुला, CPI सचिव डी. राजा, CPM सचिव सीताराम येचुरी और CPIML के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य सहित कई बड़े राजनीतिक दिग्गज शामिल हुए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सभी दलों के नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री और बैठक के मेजबानी करने के लिए नीतीश कुमार की जमकर तारीफ की और इस बैठक में सबको एक छत के नीचे लाने का श्रेय भी दिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीतीश कुमार का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “भाजपा और आरएसएस हिंदुस्तान की नीव पर आक्रमण कर रही है इसे रोकना होगा। विचारधारा की लड़ाई पर ज़ोर देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, इस देश के इंस्टीट्यूशन पर बीजेपी वार कर रही है। और इसके खिलाफ हम सब साथ खड़े है। हमने एकसाथ काम करने का निर्णय लिया है। हम अपनी विचारधारा कि रक्षा करेंगे। अगली मीटिंग जल्दी होगी और गहरे तरीके से आगे बढ़ने जा रही है।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि, “पटना में जो 17 पार्टियों के मीटिंग हुई है उसमे सीएम भी आए है और नीतीश जी ने बहुत अच्छे तरीके से मीटिंग ऑर्गेनाइज किया है। शरद जी, लालू जी, नीतीश जी, राहुल जी, खरगे भाई और सभी इस मीटिंग में मौजूद रहे।
ममता ने आगे कहा कि, “जो पटना से शुरू होता है वो एक जनांदोलन रूप होता है। और बहुत सारे आंदोलन पटना से शुरू हुए थे। और अब पटना से मीटिंग की शुरुआत अच्छी हुई है। हमे विपक्ष न बोला जाए, हम इस देश के नागरिक है। भाजपा के खिलाफ जो बोलता है उसके पीछे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लग जाती है। आज की बैठक की 3 चीज खास हुई है इसमें पहला कि हम सब साथ है। दूसरा हमलोग एकसाथ लडेंगे, तीसरा एक मीटिंग शिमला में होगी। चौथा बीजेपी के एजेंडे के खिलाफ साथ लडेंगे। राज्यो को केंद्र सरकार पैसा नही देती, बीजेपी चाहती है विपक्ष को खत्म किया जाए। हम देश के नागरिक है। बीजेपी की तानाशाही, एट्रोसिटीज। बीजेपी के काले कानूनों के खिलाफ हम लड़ाई लडेंगे। बीजेपी इतिहास को खत्म करना चाहती है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि, “आपसी मतभेद छोड़ कर आगे बढ़ेंगे।”
पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने कहा कि, “हमारा एकजुट होना नीतीश जी के लिए बढ़ी कामयाबी है। लोकतंत्र, संविधान पर हमला हो रहा है। जो कश्मीर में हमारे साथ हुआ आज पूरे मुल्क के साथ वही हो रहा है। हम गांधी के मुल्क को गोडसे का मुल्क नहीं बनने देंगे।”
उद्धव ठाकरे ने कहा कि , “हम सबकी विचारधारा अलग है लेकिन शुरुआत अच्छी हुई है आगे भी सब अच्छा होगा। देश में तानाशाह लाने वाले का विरोध करेंगे।देश की अखंडता के लिए आज हम साथ आए है।”
उमर अब्दुल्लाह ने कहा कि, “विपक्षी दलों का एकसाथ आना मामूली बात नहीं है। ये सत्ता की नहीं बल्की उसूलों, विचारधारा, मुल्क को बचाने की लड़ाई है। इस देश को बर्बादी से बचाने के लिए और मुसीबत से निकलने के लिए साथ आए है। हम जमुरियत को जिंदा रखने की लड़ाई लड़ने आए है। जम्मू एंड कश्मीर मे दिनदहाड़े लोकतंत्र की हत्या और 5 साल से राष्ट्रपती शशान क्यू है।”
सीताराम येचुरी ने कहा ki , “हिफाजत करनी है आज देश के मूल चरित्र की। देश के संविधान की रक्षा करनी है। ये फासीवादी हिंदुत्व राज्य बनाना चाहते है। राज्यो में चुनावी तालमेल पर बात होगी।”
हेमंत सोरेन ने कहा कि, “आज लोकतंत्र में कुछ चीजों पार तेजी से प्रहार दिखाई दे रहा है। आज कई संस्था, व्यवस्था होने के बाद भी क्या मनोस्तिथि बन रही है वो आप लोगो को पता है। इस देश की दुनिया में chavi rahi hai अनेकता में एकता, जिसका लोहा दुनिया ने माना उसमे आज दरार पढ़ गई है। उसी को दुरुस्त करने का काम विपक्ष करेगा। बाबा भीमराव अंबेडकर जी था के आदिवासी को संरक्षण कैसे मिले इन सभी विषयों को लेकर नीतीश जी ने आज ये बैठक की है। इसके लिए मैं इनको धन्यवाद देता हूं। ये पहली झलक है साथ मिलकर आगे की लड़ाई लडेंगे।”
अखिलेश ने कहा कि, “आज पटना और बिहार नई राजनैतिक, हम सब लोग मिलकारके देश को और जनता को बढ़ाने का काम करेंगे। पटना नवजागरण का गवाह बना रहा है।”
काफी लंबे समय बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव भी इस बैठक में नजर आए और उन्होेंने कहा कि, “अगली बैठक शिमला में होगी। हमे एक होकर लड़ना है। अब मैं फिट हू और मोदी जी को भी पूरी तरह से फिट कर देंगे। अमेरिका में चंदन की लकड़ी बाट रहे है। देश आज बेरोजगारी मेहंगाई से त्रस्त है। इस बार तय है बीजेपी का बुरा हाल होगा। अब हनुमान जी हमारे साथ हो गए है।”
वहीं अपने पुराने अंदाज में लालू यादव ने माहौल को हलका करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अब शादी कर लेनी चाहिए और हम सब बाराती बनके चलेंगे।