लाल किले के भीतर व्यापक नुक्सान, हिंसा के लिए 22 एफआईआर दर्ज, केंद्रीय मंत्री पटेल ने किया दौरा, टिकैत ने कहा हिंसा करने वालों पर कार्रवाई करे सरकार

किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान 26 जनवरी को किसानों का जो एक गुट लाल किले के भीतर चला गया था, उसे लेकर पुलिस ने 22 एफआईआर दर्ज की हैं। केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने अधिकारियों की टीम के साथ लाल क़िले का दौरा किया जिसके बाद आरोप लगाया गया है कि उपद्रवियों की तरफ से ऐतिहासिक धरोहर लाल किले के भीतर व्यापक स्तर पर तोड़फोड़ की गयी है, जहाँ अब सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात कर दी गयी हैं। कल के घटनाक्रम में 300 पुलिसवालों के घायल होने की बात भी कही गयी है। पुलिस ने कुछ देर पहले 200 लोगों को हिंसा के सिसिले में गिरफ्तार किया है।

सभी किसान संगठनों ने इस हिंसा से खुद को अलग कर लिया है और इसे ‘सरकार की शह पर पन्नू गुट का कुकृत्य’ बताया है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि पुलिस को उन लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने हिंसा की है। इस बीच  किसानों की एक बड़ी संख्या वापस आंदोलन स्थल सिंघु बार्डर पर लोटनी शुरू हो गयी है। किसान संगठन भी बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार कर रहे हैं। संभावना है कि किसान मोर्चा कल लाल किले पर हिंसा करने वाले संगठन से खुद को अलग करने की घोषणा कर सकता है।

दिल्ली में हिंसा पर गृह मंत्रालय को शाम तक रिपोर्ट सौंपी जानी है।  संस्कृति मंत्रालय की नुकसान की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस और एफ़आईआर दर्ज करेगी। पांच अधिकारियों की टीम रिपोर्ट तैयार कर रही है। संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल ने अधिकारियों की टीम के साथ आज सुबह लाल क़िले का दौरा किया था।

उधर दिल्ली पुलिस ने आपराधिक साजिश के साथ लाल किले में डकैती का मामला भी दर्ज किया है। राजधानी के कोतवाली थाने में 10 से ज्यादा विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है जिनमें धारा 395, धारा 397, धारा 120बी  जैसी गंभीर आपराधिक धाराएं शामिल हैं। आरोप के मुताबिक लाल किले के अंदर आपराधिक साजिश के तहत डकैती डाली गई और वहां से कथित तौर पर कुछ सामान भी ले जाया गया।

जिन लोगों के खिलाफ आज एफआईआर दर्ज की गयी है उनमें पांच किसान नेताओं के नाम भी शामिल हैं। गृहमंत्री अमित शाह गृहसचिव, इंटेलिजेंस के अधिकारियों और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ गृह मंत्रालय में बैठक कर रहे हैं। दिल्ली में कल हुई हिंसा पर अब तक की कार्रवाई पर जानकारी ले रहे हैं। हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई गयी है।

दिल्ली के सीमाओं के सटे इलाकों में इंटरनेट सेवा पर शाम 5 बजे तक के लिए इंटरनेट पर रोक लगा दी गई है। हरियाणा में भी यह पाबंदी लागू है जबकि पंजाब और हरियाणा में हाइ अलर्ट घोषित किया गया है। सिंघु बॉर्डर, लाल किले पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दो मेट्रो स्टेशनों पर आज भी सेवाओं को बंद रखा गया है जिनमें लाल किला और जामा मस्जिद शामिल हैं।

इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह द्वारा लाल किले में अपने संगठन का झंडा फहराने को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा – ‘मैंने शुरुआत से ही किसान आंदोलन का समर्थन किया है। लेकिन इस अराजकता को मैं स्वीकार नहीं कर सकता। गणतंत्र दिवस पर कोई दूसरा ध्वज नहीं, बल्कि सिर्फ पवित्र तिरंगा लाल किले पर फहराया जाना चाहिए।’

उधर लाल किले की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आई हैं इसमें दिखाया गया है कि कैसे वहां चीजों के साथ तोड़फोड़ की गई।

इस बीच अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव मुल्ला हन्नान ने कहा है कि किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश लगातार चल रही थी। ‘हमें डर था कि कोई साजिश कामयाब न हो जाए लेकिन आखिर में साजिश कामयाब हो गई।  लाल किले में बिना किसी सांठगांठ के कोई नहीं पहुंच सकता। इसके लिए किसानों को बदनाम करना ठीक नहीं है।’