लगातार दूसरी बार रेपो रेट में बढ़ौतरी, 4.90 फीसदी हुआ

देश में महंगाई की दर के 7.79 फीसदी पर पहुंच जाने के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मॉनिटरिंग पॉलिसी कमेटी ने बुधवार को नीतिगत दरों (रेपो रेट) में बढ़ोतरी की है। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार बताया कि इस महीने 0.50 फीसदी तक की बढ़ोतरी की गई है। अब रेपो रेट की ताजा दर 4.90 फीसदी हो गई है।

आरबीआई ने पिछले महीने भी रेपो दर और नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में बढ़ोतरी की थी। तब रेपो दर 0.40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 फीसदी की गयी थी। उस समय सीआरआर में भी 0.50 फीसदी की बढ़ौतरी की गई थी। रिजर्व बैंक के लगातार दो बार रेपो रेट बढ़ाने का कारण मुद्रास्फीति (महंगाई) को बताया जा रहा है।

देश में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर, 2021 से ही लगातार बढ़ रही है। खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी से आरबीआई के छह फीसदी के संतोषजनक स्तर से ऊपर है जबकि अप्रैल, 2022 में यह आठ साल के उच्च स्तर 7.79 फीसदी पर जा पहुँची।

आरबीआई ने इस बार रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट यानी 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इससे होम लोन की ईएमआई में बढ़ोतरी होगी। यह उन लोगों के लिए हालांकि लाभकारी है जो बैंक एफडी कराते हैं।