एक साल बाद जम्मू कश्मीर में फिर एक राजनीतिक चेहरे को राज्यपाल पद का जिम्मा दिया गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल का जिम्मा दिया गया है। इससे पहले बुधवार शाम गिरीश चंद्र मुर्मू ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
राष्ट्रपति भवन की ओर से गुरूवार सुबह मनोज सिन्हा को उपराज्यपाल बनाने ककी घोषणा हुई जिसके बाद इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी। पिछले कल ही जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने और उसका विशेष दर्जा ख़त्म किये जाने का एक साल भी पूरा हुआ है। पिछली शाम मुर्मू के इस्तीफे की जानकारी सामने आई। बाद में उनका इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया और नई नियुक्ति की घोषणा की गयी।
इस तरह एक साल बाद जम्मू कश्मीर में उपराज्यपाल पद पर राजनीतिक नियुक्ति हुई है। पिछले साल जम्मू कश्मीर के पूर्ण राज्य होने तक सत्यपाल मलिक वहां के राज्यपाल थे, जिन्हें बाद में दूसरे राज्य का जिम्मा दिया गया था।
नए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा गाजीपुर से सांसद और केंद्र में मंत्री रहे हैं हालांकि, वे 2019 का लोकसभा चुनाव हार गए थे। उन्हें उत्तर प्रदेश में भाजपा का बड़ा चेहरा माना जाता रहा है। एक समय वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार भी थे, हालांकि, पार्टी ने तब योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाया था।