आने वाले समय में महंगाई की मार आम भारतीय को और परेशान कर सकती है। सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक थोक महंगाई की दर मार्च में 14.55 फीसदी के स्तर पर पहुंच चुकी है। फरवरी में यह 13.11 की दर से बढ़ी थी जबकि मार्च 2021 में यह महज़ 7.89 फीसदी थी।
महंगाई दर में बढ़ौतरी की खबर देते हुए सरकार ने बढ़ती महंगाई के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध को जिम्मेदार ठहराया। सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक मार्च में सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों पर महंगाई कम हुई है, तो दूसरी ओर ईंधन और बिजली के दामों में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सरकार के मुताबिक सब्जियों पर महंगाई फरवरी में 26.93 फीसदी थी, जो कि मार्च में घटकर 19.88 फीसदी पर आ गई है। वहीं अन्य खाद्य पदार्थों पर महंगाई की दर को देखें तो यह 8.19 से घटकर 8.06 पर आ गई है। मार्च में ईंधन और बिजली पर महंगाई दर 31.50 फीसदी से बढ़कर 34.52 फीसदी पर आ गई है।
केंद्र सरकार के मुताबिक क्रूड और पेट्रोलियम पदार्थों पर महंगाई दर में तेज इजाफा हुआ और यह बढ़कर 83.56 फीसदी पर पहुंच गई है। फरवरी में यह आंकड़ा 55.17 फीसदी पर था। अन्य क्षेत्रों में देखें तो प्राइमरी आर्टिकल पर महंगाई दर 13.39 फीसदी बढ़कर 15.54 फीसदी, विनिर्मित उत्पादों पर 9.84 से बढ़कर 10.71 फीसदी और कमोडिटी इंडेक्स में 2.69 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
सरकार के मुताबिक देश में थोक महंगाई दर पूर्व में जताए गए अनुमान से भी अधिक रही है। विशेषज्ञों ने इसके बढ़कर 13.30 फीसदी पर रहने का अनुमान व्यक्त किया था। महंगाई के मामले में पिछले कुछ महीने से आम आदमी को झटके लग रहे हैं।