मायानगरी में योगी के दौरे का मकसद

दिसंबर के शुरू में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मायानगरी यानी फिल्म सिटी मुम्बई का दौरा कई मायनों में खास माना जा रहा है। कुछ जानकारों का कहना है कि योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को फिल्म उद्योग की स्थापना करना चाहते हैं। इस मामले में उन्होंने वहाँ फिल्मजगत से जुड़ी कई हस्तियों से चर्चा भी की। जानकारों की मानें, तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने इसकी शुरुआत मुम्बई में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का घंटा बजाकर कर दी है। हालाँकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का घंटा बजाकर योगी ने लखनऊ म्यूनिसिपल कार्पोरेशन का बॉन्ड लिस्ट कराया, जिससे उन्होंने 200 करोड़ रुपये जुटाये। बताया जा रहा है कि इस पैसे को लखनऊ से जुड़ी तमाम विकास योजनाओं में लगाया जाएगा। दो दिन के दौरे के दौरान योगी आदित्यनाथ ने नोएडा स्थित फिल्म सिटी को और बुलंदी पर पहुँचाने की बात कही। इस सिलसिले में उन्होंने कई फिल्मी सितारों से मुलाकात भी की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश चाहता है कि गंगा किनारे का छोरा गंगा की धरती से ही सिल्वर स्क्रीन की चमक बिखेरे। नोएडा में फिल्मों की शूटिंग, प्रोडक्शन आदि हो और मायानगरी मुम्बई की तरह उत्तर प्रदेश की धरती भी सितारों से गुलज़ार हो। हालाँकि इस दौरान अभिनेता राजपाल यादव ने आदित्यनाथ से गुज़ारिश की कि फिल्म सिटी पीलीभीत को बनाया जाए। फिल्मी सितारों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हम वल्र्ड क्लास फिल्म सिटी का निर्माण कर रहे हैं। इसलिए हमने फिल्म जगत के तमाम लोगों से व्यक्तिगत रूप से भी और सामूहिक रूप से भी चर्चा की।

बता दें कि उत्तर प्रदेश का औद्योगिक क्षेत्र और देश की राजधानी दिल्ली से सटा एनसीआर का विकसित क्षेत्र नोएडा फिल्म सिटी सेंटर के लिए खासी पहचान रखता है। यहाँ कई फिल्मी हस्तियों ने स्टूडियो आदि काफी समय से बनवाये हुए हैं। टी.सीरीज़ का मुख्य स्टूडियो नोएडा में ही स्थापित है। नोएडा के अलावा उत्तर प्रदेश के सोनभद्र क्षेत्र में भी कई साल से फिल्म सिटी के निर्माण की चर्चा चलती आ रही है। हालाँकि सोनभद्र में भोजपुरी फिल्म उद्योग की स्थापना की चर्चा रही है। बता दें कि पहले भी कई बार इस बात की चर्चा रही है कि मुम्बई बहुत अधिक जनसंख्या घनत्व वाला शहर हो चुका है, जिसके चलते फिल्म उद्योग यहाँ से उत्तर प्रदेश की ओर जाना चाहता है। हालाँकि इन खबरों की कभी कोई पुष्टि नहीं हुई। लेकिन अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री का मुम्बई जाकर फिल्मी सितारों से मिलना और नोएडा का रुख करने का खुलकर न्यौता देना एक बार फिर इस चर्चा को तूल दे गया है कि उत्तर प्रदेश में फिल्म उद्योग की स्थापना होगी। कब तक? कहा नहीं जा सकता। स्थापना होगी या नहीं? यह भी अभी विश्वास के साथ नहीं कहा जा सकता

पोस्टर वॉर

मुम्बई के जिस होटल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ठहरे थे, उसी के बाहर राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से एक पोस्टर लगाया गया था। इस पोस्टर पर लिखा था- ‘कहाँ राजा भोज, कहाँ गंगू तेली। कहाँ महाराष्ट्र का वैभव और कहाँ यूपी की दरिद्रता। मुम्बई के उद्योग को यूपी ले जाने आया ठग।’ हालाँकि इसे लेकर जब विवाद बढ़ा, तो इस पोस्टर को हटा लिया गया।