मनसुख मंडाविया की राहुल गांधी को चिट्ठी- ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करवाएं, यदि संभव न हो तो यात्रा को देशहित में स्थगित करें

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से कोरोना प्रोटोकॉल टूट रहे हैं। दुनियाभर में कोरोना तेजी से फैल रहा है, इसलिए कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए।

मनसुख मंडाविया ने पत्र में लिखा है कि यात्रा में सिर्फ वैक्सीन ले चुके लोग ही हिस्सा लें, मास्क व सैनिटाइजर का उपयोग किया जाए साथ ही यात्रा में जुडने वाले पूर्व और बाद में यात्रियों को आइसोलेट किया जाए। यदि यह करना संभव न हो तो देशहित में यात्रा को स्थगित किया जाए।

‘भारत जोड़ो यात्रा’ राजस्थान से हरियाणा में बुधवार को पहुंची हैं। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, पार्टी के प्रदेश प्रमुख उदय भान सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने यात्रा का राज्य में स्वागत किया। यात्रा 23 दिसंबर तक राज्य के अलग-अलग इलाकों से गुजरेगी।

हरियाणा के नूंह जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि, देश में दो विचारधाराओं के बीच लड़ाई नई बात नहीं हैं, यह हजारों साल से चली आ रही हैं।

राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, “आज लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है, एक विचारधारा चुनिंदा लोगों को फायदा पहुंचाती हैं जबकि दूसरी अन्य लोगों जैसे किसानों और मजदूरों की आवाज उठाती हैं…और इस लड़ाई में कांग्रेस पार्टी की एक भूमिका है…”

भाजपा नेताओं के राहुल गांधी की पदयात्रा पर सवाल उठाने पर राहुल गांधी ने कहा कि, वे पूछते है कि कन्याकुमारी से यात्रा शुरू करने की क्या जरूरत थी? राहुल गांधी ने कहा कि, “मैं भारत जोड़ो यात्रा के जरिये नफरत के बाजार में प्यार की दुकान खोल रहा हूं…जब ये लोग देश में जाकर नफरत फैलाते हैं, तब हमारी विचारधारा वाले लोग बाहर निकलकर प्यार व स्नेह बांटते हैं.. ”

आपको बता दें, ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 7 सितंबर में तमिलनाडु में कन्याकुमारी से प्रारंभ हुई थी। और यह तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और राजस्थान से होकर हरियाणा पहुंची हैं।

‘भारत जोड़ो यात्रा’ फरवरी की शुरूआत में जम्मू एवं कश्मीर में सम्पन्न होगी। पूरी यात्रा के तहत 150 दिन में 3,570 किलोमीटर का सफर तय करने का लक्ष्य हैं।