बागपत के अलावा मथुरा संसदीय सीट भी जाटलैंड की हॉट सीट मानी जाती है. अजित सिंह के बेटे जयंत चौधरी यहां के सांसद हैं. लेकिन मशहूर फिल्म अदाकारा हेमा मालिनी ने इस बार मथुरा को हॉट होने की एक और वजह दे दी है. ड्रीमगर्ल को भारतीय जनता पार्टी ने यहां से अपना उम्मीदवार बनाकर जयंत चौधरी के मुकाबले खड़ा किया है जिसके बाद से मथुरा लोकसभा सीट ग्लैमरस होने के साथ ही रोचक मुकाबले के लिए भी तैयार हो गई है.
इस सीट पर लोक दल का अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है. काफी जद्दोजहद के बाद भी भाजपा यहां की जाट बिरादरी के वोट में सेंध नहीं लगा पा रही थी. हालांकि यहां से चुनाव लड़ने के लिए भाजपा के कई दिग्गजों ने दावेदारी की थी लेकिन पार्टी ने हेमा की ग्लैमरस छवि के साथ ही जाट पृष्ठभूमि वाले अभिनेता धर्मेंद्र की पत्नी होने के डबल डोज के सहारे ही मथुरा फतह की आस लगाई है.
जानकारों का मानना है कि इस रणनीति पर अगर ठीक से काम किया गया तो जयंत चौधरी के लिए मुकाबला मुश्किल हो सकता है. गौरतलब है कि कांग्रेस ने फिल्म अभिनेत्री नगमा को मेरठ से तथा आम आदमी पार्टी ने पूर्व टीवी एंकर शाजिया इल्मी को गाजियाबाद से उतार कर पश्चिम यूपी के चुनावी माहौल को पहले से ही ग्लैमरस कर दिया है. ऐसे में माना जा रहा है कि हेमामालिनी को मथुरा से उतार कर भाजपा मोदी लहर के साथ ही इस लहर का लाभ भी लेने की फिराक में हैं. एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि पिछले लंबे वक्त से हेमा मालिनी इस इलाके में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां देती रही हैं तथा राज्यसभा सदस्य रहते हुए अपनी सांसद निधि के कुछ हिस्से को वृंदावन तथा मथुरा में खर्च भी कर चुकी हैं. ऐसे में यह बात भी उनके पक्ष में जा सकती है.
हालांकि मथुरा संसदीय सीट का इतिहास टटोला जाए तो मालूम पड़ता है कि महिला प्रत्याशियों के लिए यहां की राजनीतिक जमीन कभी भी उपजाऊ नहीं रही है. 65 साल के संसदीय इतिहास में मथुरा से कोई भी महिला सांसद नहीं रही. यहां तक कि जाट बिरादरी के बड़े नेता चौधरी चरणसिंह की पत्नी गायत्री देवी और बेटी तक को यहां हार का सामना करना पड़ा है. इस लिहाज से देखा जाए तो हेमा मालिनी के लिए यह चुनाव बड़ी चुनौती है. ऐसे में अगर वे यहां से जीतती हैं तो यह एक रिकार्ड भी होगा. महत्वपूर्ण बात यह भी है कि 2009 में जयंत चौधरी ने मथुरा की सीट भाजपा की मदद से ही जीती थी. उन चुनावों में लोकदल ने भाजपा के साथ गठबंधन किया था. लेकिन इस बार पार्टी ने चुनावी बैतरणी पार करने के लिए कांग्रेस से हाथ मिलाया है. ऐसे में भाजपा ने भी हेमा को जिताने के लिए पूरा जोर लगाना शुरू कर दिया है. समाजवादी पार्टी और बसपा भी मथुरा सीट पर पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर चुके हैं. इसके अलावा आम आदमी पार्टी ने भी युवा प्रत्याशी अनुज गर्ग को टिकट थमा दिया है. ऐसे में मथुरा में चुनावी जंग के रोचक और रोमांचक होने के पूरे आसार बनते दिख रहे हैं.