मणिपुर हिंसा के बीच भारतीय सेना ने ट्वीटर पर एक वीडियो जारी कर कहा कि, मणिपुर में महिला एक्टिविस्ट्स जानबूझकर सड़कों को रोक रही हैं और सुरक्षाबलों के ऑपरेशन में इंटरफेयर कर रही हैं।
सेना द्वारा साझा की गई वीडियो में ऐसे कई मामले दिखाए गए हैं जहां महिलाएं आर्मी ऑपरेशन के दौरान इंटरफेयर कर रही है। जारी की गई वीडियो में यह भी कहा गया है कि महिला एक्टिविस्ट की ऐसी गतिविधियां गंभीर परिस्थितियों के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा समय पर किए जाने वाले ऑपरेशन को नुकसान पहुंचाती है और इससे कई बार जीवन और संपत्ति बचाने में देरी होती है।
भारतीय सेना ने ट्वीटर पर अपने मैसेज में मणिपुर के सभी समुदायों से शांति की अपील करते हुए कहा कि मणिपुर को बचाने में हमारी मदद कीजिए। सेना के जवानों की मूवमेंट को रोकना न सिर्फ गैर कानूनी है बल्कि यह कानून एवं व्यवस्था बहाल करने के प्रयासों को भी नुकसान पहुंचाता है।
बता दें, 24 जून को मणिपुर में एक ऑपरेशन के दौरान कांगलोई यावोल कन्ना लूप के 12 कैडरों को हथियारों, गोला-बारूद के साथ पकड़ा गया था। और भारतीय सेना द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार करीब 1200 से 1500 महिलाओं की एक भीड़ ने सेना की टीम को ऑपरेशन करने से रोका। और स्थिति को देखते हुए ग्राउंड पर मौजूद सेना के अधिकारी द्वारा 12 उग्रवादियों को एक लोकल नेता को सौंप दिया गया।