पाक सुप्रीम कोर्ट: संविधान से जुड़ा मामला, अब कल होगी मसले पर सुनवाई

पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट में अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने और संसद भंग करने को लेकर आज होने वाली सुनवाई अब कल 12.30 बजे होगी। पहले यह सुनवाई रविवार को होने वाली थी लेकिन उसे आज तक के लिए टाल दिया गया था। इस बीच पाकिस्तान और श्रीलंका के हालात के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बैठक की है।

पाकिस्तान के सियासी संकट पर आज सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई शुरू हुई, हालांकि, कोई फैसला सामने नहीं आया। कोर्ट ने कहा कि यह संविधान से जुड़ा मामला है, लिहाजा जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं दिया जा सकता। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा कि संसद में जो कुछ भी हुआ, उसकी समीक्षा जरूरी है।

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय बेंच ने आज कहा कि स्पीकर के पास संसद भंग के आदेश को निरस्त करने का विवेक है। इस बीच सुनवाई को लेकर लोगों के बीच इतनी उत्सुकता है कि सुप्रीम कोर्ट के बाहर भारी भीड़ जुटी हुई है।

पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बांदियाल ने कहा कि वर्तमान राजनीतिक स्थिति की वैधता पर तार्किक आदेश जारी किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज होने और उनकी सलाह पर राष्ट्रपति की ओर से संसद भंग किए जाने के फैसले के खिलाफ मामले में सुनवाई कर रहा है। कोर्ट ने मामले की सुनवाई अब मंगलवार दोपहर 12.30 बजे के लिए निर्धारित की है।

विपक्ष की इस मामले की सुनवाई के लिए फुल बेंच गठित करने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट ने आज कहा कि ‘हमें बताएं कि ऐसी कौन सी बात है, जिसके लिए फुल बेंच का गठन किया जाए। कोर्ट में राजनीतिक बातें न करें। फुल बेंच से अन्य मामले प्रभावित होते हैं।’

इस बीच प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी पार्टी पीटीआई के संसदीय बोर्ड की मंगलवार को बैठक बुलाई है। खान बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसमें आने वाले चुनाव में टिकट बंटवारे पर चर्चा भी हो सकती है। उधर साझे विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने कहा है कि इमरान खान ने अमेरिका से खतरे की बात पहले क्यों नहीं उठाई।

उधर इमरान खान के 15 दिन बाद पद से हटने के बाद कार्यवाहक प्रधानमंत्री चुनने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी पीटीआई ने राष्ट्रपति को दो नाम भेजे हैं। मंत्री फवाद चौधरी ने बताया कि अगर विपक्ष अगले सात दिन में अपनी ओर से नाम नहीं भेजता है, तो हमारे भेजे नामों में से एक कार्यवाहक प्रधानमंत्री बन जाएंगे।