न्याय योजना गरीबों का जीवन बदल देगी : प्रियंका

कहा, राहुल जो वादा करते हैं उसे पूरा करते हैं

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को अमेठी में कांग्रेस की महत्वकांक्षी ”न्याय” योजना के बारे में लोगों को विस्तार से बताया और कहा कि इस योजना के पीछे सोच कम आमदन के गरीब लोगों को गरीबी की दलदल से बाहर निकालना है और उन्हें सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर देना है।
चुनाव प्रचार में प्रियंका ने कहा कि देश की राजनीति को बदलना है तो फ़िज़ूल की बातें करने वालों को हराना होगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्जमाफी का वादा किया और सत्ता में आते ही वहां कांग्रेस की सरकारों ने यह कर्फ़ १० दिन की भीतर माफ़ कर दिया।
प्रियंका ने बिना मोदी का नाम लिए कहा कि देश की जनता को शहंशाह नहीं चाहिए, लोकतंत्र चाहिए। इससे पहले शुक्रवार को प्रियंका ने महराजगंज के हलोर और बछरावां की मौरंग मंडी समेत एक दर्जन सभाओं में कहा – ”हमारी मुख्य लड़ाई भाजपा से है। इस सरकार से नौजवान, किसान और व्यापारी सभी नाराज हैं। पूर्वी उत्तर प्रदेश में हमने मजबूत प्रत्याशी लड़ाएं हैं, जहां स्थिति अच्छी नहीं रही वहां पर हमने भाजपा को नुकसान पहुंचाने वाले प्रत्याशी लड़ाएं हैं।”
उन्होंने पीएम मोदी और भाजपा पर हमला किया और कहा कि भाजपा को हराना ही उनका लक्ष्य है। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनी तो १२वीं तक की शिक्षा मुफ्त होगी। ”कांग्रेस की न्यूनतम गारंटी योजना में गरीब परिवारों को ७२,००० रुपये दिए जाएंगे। इस योजना पर भाजपा ने सवाल उठाए तो राहुल गांधी ने कहा कि जब ५५०  हजार करोड़ रुपये अमीरों का कर्ज माफ कर दिया जाता है तब देश की अर्थव्यवस्था चल जाती है तो ७२,००० रुपये जब गरीबों को दिया जाएगा तो देश की अर्थव्यवस्था में कैसे प्रभाव पड़ेगा।”
अमेठी में बच्चों की नारेबाजी और इसे लेकर मंत्री स्मृति ईरानी के ब्यान पर प्रियंका गांधी ने कहा – ”बच्चे नारेबाजी कर रहे थे। जब उन्होंने गलत बोला तो मैंने उनको चुप कराया और उनको समझाया भी कि प्रधानमंत्री के बारे में ऐसा नहीं बोलते हैं। भाजपा वालों ने वीडियो एडिट की है। जब नोटिस आएगा तो मैं उसका जवाब दे दूंगी।”
प्रियंका के चुनाव प्रचार के दौरान सपेरों से बातचीत और हाथ में सांप पकड़ने पर पीएम मोदी की उन्हें लेकर की गयी टिप्पणी पर प्रियंका ने कहा – ”संपेरों की भी अपनी समस्या है। मैं उसे सुनने गई थी मैंने उनसे बात की।”