शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने आज अपने नाराजगी का कारण बता ही दिया। शिवसेना विधायक पद के नेता के चुनाव के बाद उन्होंने खुलासा किया कि वह देवेंद्र फडणवीस के उस बयान पर नाराज हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि वह अगले 5 सालों तक महाराष्ट्र के चीफ मिनिस्टर बने रहेंगे और बीजेपी शिवसेना के बीच 50:50 जैसे किसी फार्मूले पर हुई डील नहीं हुई थी।
उद्धव ठाकरे ने नाराजगी व्यक्त करते कहा कि वह मित्र पक्ष को मित्र पक्ष की तरह ही मानते हूहैं शत्रु पक्ष नहीं। लेकिन देवेंद्र फडणवीस को दिवाली के मौके पर भले ही अनौपचारिक रूप से लेकिन मुख्यमंत्री पद और गठबंधन को लेकर उस तरह का स्टेटमेंट नहीं देना चाहिए था सारा मामला उसी के बाद बदला है ।
उद्धव ठाकरे का यह वक्तव्य शिवसेना के विधायक दल की नेता के तौर पर एकनाथ शिंदे के चुने जाने के बाद आया है । उन्होंने कहा,’ मेरे और अमित शाह के बीच जो तय हुआ है बीजेपी उस पर अमल करें।हम स्थिर सरकार के लिए तैयार हैं। मैं मित्र पक्ष को शत्रु पक्ष नहीं मानता मुझे पूरा विश्वास है कि सब कुछ बढ़िया ढंग से चलेगा।’
गौरतलब है कि दिवाली के दौरान भैया दूज के दिन चीफ मिनिस्टर फडणवीस ने पत्रकारों को मुख्यमंत्री निवास स्थान ‘वर्षा’ में आमंत्रित किया था। उसी दौरान एक अनौपचारिक बात चीत मेंं उन्होंने कहा था कि अगले 5 सालों तक वह चीफ मिनिस्टर बने रहेंगे। शिवसेना बीजेपी के बीच 50:50 जैसा कोई फार्मूला तय नहीं हुआ था। साथ ही उन्होंने आने वाले सप्ताह में शपथ विधि का भी जिक्र किया था।यही बात उद्धव ठाकरे को चुभ गई।और देखते ही देखते महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया जो फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है।