दुनिया के अब तक के इतिहास का सबसे शक्तिशाली रॉकेट पहली परीक्षण उड़ान में नाकाम हो गया जब उड़ान के वक्त वह फट गया। स्टारशिप एक रीयूजेबल रॉकेट था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक स्पेसएक्स का स्टारशिप कैप्सूल उड़ान के तीन मिनट के पहले चरण में रॉकेट बूस्टर से अलग होने के लिए निर्धारित था। हालांकि, अलगाव नहीं हो पाया और इसके बाद रॉकेट में धमाका हो गया।
स्टारशिप रॉकेट को लेकर कहा गया था कि इसके जरिए ही किसी दिन इंसान, मंगल ग्रह तक का सफर तय कर सकेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक स्टारशिप एक रियूजेबल रॉकेट था और इसके मुख्य रूप से दो भाग थे।
इनमें पहला था पैसेंजर कैरी सेक्शन, जिसमें यात्री रहने थे और दूसरे का नाम सुपर हैवी रॉकेट बूस्टर था। स्टारशिप और बूस्टर को मिलाकर इसकी लंबाई 394 फीट (120 मीटर) थी जबकि वजन 50 लाख किलोग्राम था।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि स्टारशिप रॉकेट 1.6 करोड़ पाउंड (70 मेगा न्यूटन) का थ्रस्ट उत्पन्न करने में सक्षम था। यह नासा के स्पेस लॉन्च सिस्टम (एसएलएस) रॉकेट से लगभग दोगुना अधिक था। एलन मस्क ने भी आशंका जताई थी कि लॉन्च के दौरान स्टारशिप में विस्फोट होने की 50 फीसदी संभावना है।