देश की राजधानी दिल्ली में अगले महीने 18 वां जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। यह दिल्ली के प्रगति मैदान के नव निर्मित स्टेट ऑफ आर्ट कन्वेंशन कॉम्प्लेक्स में 9 और 10 सितंबर को आयोजित होगा। इसमें 19 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ ही यूरोपीय यूनियन शामिल होंगे।
वसुधैव कुटुम्बकम (एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य) की प्रेरणा के साथ भारत जी-20 की अध्यक्षता करेगा। हालांकि जी-20 की बैठक अलग-अलग राज्यों में हुर्इ हैं। लेकिन इस बैठक के बाद भारत 1 दिसंबर 2023 को पिछले जी-20 ग्रुप के अध्यक्ष रहे इंडोनेशिया से आधिकारिक अध्यक्षता लेगा।
राजधानी दिल्ली में जी-20 को लेकर तैयारियां जोरों पर है। एयरपोर्ट से लेकर सभी अहम रास्तों को मूर्तियों और तरह-तरह के फूलों से सजा दिया गया है। साथ ही कार्यक्रम के चलते दिल्ली में 5 दिनों तक वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाए जाने की उम्मीद भी जताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, 8 सितंबर से 10 सितंबर तक चलने वाले जी-20 सम्मेलन के दौरान शनिवार और रविवार का दिन है वहीं 7 सितंबर को जन्माष्टमी का दिन है इसी के चलते 6 सितंबर से ही पाबंदियां लागू किया जा सकता है। जी-20 सम्मेलन की सुरक्षा के मद्देनजर राजधानी में 8 से 10 सितंबर तक सार्वजनिक अवकाश किया जाएगा। इन तीनों ही दिन स्कूल, कॉलेज व दफ्तरों में छुट्टियां रहेंगी।
सूत्रों ने बताया कि जिन पांच सितारा होटलों में दुनिया के शीर्ष गणमान्य व्यक्तियों की मेजबानी की जानी है उनमें लीला, ताज महल, ताज पैलेस, मौर्य शेरेटन, शंगरी-ला, ली मेरिडियन और ओबेरॉय शामिल है। वहीं दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने दिल्ली की कुल 26 सड़कों की सफाई और रखरखाव के लिए एक विशेष योजना तैयार की है। इन सड़कों में भैरों मार्ग, सूरज कुंड रोड, मथुरा रोड, पुराना किला, मौलाना मोहम्मद अली जौहर मार्ग, सचिवालय रोड, महात्मा गांधी रोड व अन्य शामिल है।
जी-20 सम्मेलन में शामिल होने वाले देशों का विश्व में व्यापार करीब 75 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ग्लोबल जीडीपी में इन देशों की 85 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बता दें, जी-20 शिखर सम्मेलन का कोई स्थायी सचिवालय नहीं है इसलिए यह प्रत्येक वर्ष स्थान बदलता रहता है। और इस साल 2023 में इसकी मेजबानी भारत को मिली है। इसके समूह को ट्रोइका कहा जाता है और इस वर्ष इस ट्रोइका में इंडोनेशिया, भारत और ब्राजील शामिल है।