दिल्ली के बावाना औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार को एक दो मंजिला कारखाने में आग लगने से 10 महिलाओं सहित 17 लोगों की मौत हो गई।
अग्नि सेवाओं के अधिकारी ने पुष्टि की है कि 13 लोगों की पहली मंजिल पर, भूमि पर तीन और तहखाने में एक की मौत हुई।
पुलिस के पास दर्ज शिकायत के अनुसार आग में दो लोग घायल हुए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एक कर्मचारी, आग से बचने के लिए, दूसरी मंजिल से कूद गया और उसका पैर टूट गया। पुलिस ने बताया कि लोग या तो झुलस गए या उनकी दम घुटने से मौत हो गयी।
हालांकि हादसे का कारण अभी तक पता नहीं लगा है मगर कारखाने की आग पर क़ाबू पा लिया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उत्तर दिल्ली की मेयर प्रीती अग्रवाल स्थिति का जायज़ा लेने मौके पर पहुंचे। दिल्ली सरकार ने इस घटना की जांच का आदेश दे दिया है ।
दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन ने ट्वीट किया, “बावन में एक निजी फैक्ट्री में एक गंभीर आग की घटना के बारे में पता चला। कई मौतें हुईं। जांच का आदेश आदेश की जांच दिया गया है (एसआईसी)।”
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का हवाला देते हुए प्रधान मंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, “मेरा विचार उन लोगों के परिवारों के साथ है, जिन्होंने अपनी जान गंवा दी है।
एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली फायर सर्विसेज को करीब 6.20 बजे कारखाने में आग लगने की सुचना मिली और 10 फायर टेंडर मौके पर भेजा गया।
अधिकारी के मुताबिक फटाके फैक्टरी के ऊपर दूसरी मंजिल पर एक रबर कारखाना है।
अधिकारी ने कहा, “कारखाने दिल्ली राज्य औद्योगिक और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (डीएसआईआईडीसी) के अंतर्गत है।”