दिल्ली में प्रदूषण का स्तर दीपावली से पहले ही बढ़ना शुरू हो गया हैं। इस बढ़ते प्रदूषण के साथ विभिन्न प्रकार की बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा हैं। राजधानी में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने नए नियम लागू करने का ऐलान किया हैं।
दिल्ली में AQI 301-400 के बीच चल रहा है और प्रदूषण को रोकने के लिए स्टेज 2 ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) नियम को लागू किया गया है साथ ही नई पाबंदियां लागू की गई हैं। सीएक्यूएम का अनुमान है कि 22 अक्टूबर से दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में होगी और दीपावली के बाद हालात बेहद खराब होंगे।
नए नियम लागू होने के बाद हर जगह पर डीजल जेनसेट पर बैन किंतु कुछ जरूरी इंडस्ट्रियल सेक्टर में पाबंदी नहीं हैं। सीएनजी, पीएनजी और एलपीजी वाले डीजी सेट चल सकते हैं। साथ ही धूल फैलाने वाली प्रत्येक क्रिया पर लगाम लगाने के लिए निर्माण और तोड़फोड़ वाले सभी कामों पर रोक लगा दी गर्इ हैं।
दिल्ली के लोगों से अपील की गर्इ है कि ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट (सार्वजनिक परिवहन सेवाओं) जैसे मेट्रो, दिल्ली की सीएनजी बसों का प्रयोग करें।
आपको बता दें, प्रदूषण का लेवल पिछले चार दिनों से खराब स्तर पर बना हुआ हैं। सीपीसीबी के एयर बुलेटिन के अनुसार राजधानी दिल्ली का एक्यूआई बुधवार को 228 रहा हैं। फरीदाबाद का एक्यूआई 304, गाजियाबाद का 276, ग्रेटर नोएडा का 237, गुरुग्राम का 186 और नोएडा में 269 रहा। और 22 अक्टूबर के बाद बेहद खराब स्तर पर पहुंचने की आशंका हैं।
बता दें हाल ही में शिकागो विश्वविद्यालय के ऊर्जा नीति संस्थान की वायु गुणवत्ता लाइफ इंडेक्स पर 2021 की रिपोर्ट के मुताबिक भारत दुनिया के सबसे प्रदूषित देशों में शामिल हैं। और दिल्ली और कोलकाता जैसे शहरों में रहने वाले लोग केवल वायु प्रदूषण के कारण अपनी जिंदगी के लगभग 9 साल खो देते हैं।
साथ ही इस रिपोर्ट में यह भी जिक्र किया गया है कि बांग्लादेश, भारत, नेपाल और पाकिस्तान के AQLI डाटा से पता चलता है कि वायु प्रदूषण कम होने से वहां के लोगों की उम्र करीब 5.6 साल तक बढ़ सकती हैं।