चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ शुक्रवार देर रात करीब 10.30 बजे लैंडफिल बनाया और तमिलनाडु में ममल्लापुरम (महाबलीपुरम) के पास पुडुचेरी और श्रीहरिकोटा के बीच तट को करीब 1.30 बजे करीब 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा के साथ पार कर पहुंचा।
मैंडूस का चेन्नई सहित कई जिलों में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव और करीब 200 पेड़ों उखड़ गए हैं। इसके चलते कई जिलों में स्कूल व कॉलेजों को बंद कर दिया गया हैं। मौसम विभाग ने 10 व 11 दिसंबर को उत्तरी तमिलनाडु, रायलसीमा और दक्षिण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट भी जारी कर दिया हैं।
इसके बाद यह कमजोर पड़ गया और चेन्नई में सुबह 5.30 बजे तक 115.1 मिमी की बारिश हुई और खराब मौसम के चलते चेन्नई हवाई अड्डे पर 13 घरेलू व तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गई। यह जानकारी चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने ट्वीट कर दी।
चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने ट्वीट कर कहा कि, “यात्रियों से अनुरोध है कि वे आगे की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें।“ बता दें तीव्रता के पैमाने पर पहले इसे गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में वर्गीकृत किया गया था किंतु 62-88 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाओं के साथ चक्रवाती तूफान में आ गया।
पुलिस के मुताबिक सुरक्षा, राहत व बचाव कार्यों के लिए तमिलनाडु राज्य आपदा मोचन बल की 40 सदस्यीय टीम के अलावा 16 हजार पुलिसकर्मियों और 1500 होमगार्ड को तैनात किया गया हैं।
आपको बता दें, ‘मैंडूस’ एक अरबी शब्द है इसका अर्थ खजाने की पेटी (बॉक्स) है। और यह नाम संयुक्त अरब अमीरात द्वारा चुना गया था।
मौसम विभाग के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि चक्रवात के शुक्रवार की सुबह तक गंभीर चक्रवाती तूफान की तीव्रता को बनाए रखने और फिर धीरे-धीरे कमजोर होने की बहुत संभावना हैं।