दिल्ली सरकार में महिला एवं बाल विकास विभाग (डीसीडब्ल्यू) में डिप्टी डायरेक्टर कद पर तैनात अफसर ने एक नाबालिग बच्ची से महीनों तक रेप करने की खबर सामने आयी है। इस अफसर पर आरोप है कि बच्ची के प्रेग्नेंट होने के बाद उसकी पत्नी ने बच्ची को दवा देकर उसका गर्भपात कराया।
पुलिस आरोपी अफसर के खिलाफ केस दर्ज कर चुकी है। साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अफसर को सस्पेंड करने का आदेश और शाम 5 बजे तक मुख्य सचिव से रिपोर्ट भी मांगी गई है। आरोपी अफसर पर आईपीसी की धारा 376 (2), 509, 506, 323, 313, 120B और पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। किंतु अफसर को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
डीसीडब्ल्यू की चेयरपर्सन स्वाति मालिवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा है। उन्होंने कहा कि, “यह बहुत गंभीर आरोप है। हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है और हम जानना चाहते है कि वह अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया है।”
स्वाति मालिवाल ने आगे कहा कि, “हम सरकार को भी नोटिस दे रहे है क्योंकि यह आदमी डीसीडब्ल्यू में दशकों से कार्यरत था। हम समझना चाहते है कि इसके खिलाफ अब तक क्या-क्या शिकायतें आई थी और उसके खिलाफ क्या एक्शन लिया गया। रक्षक ही भक्षक बन जाएगा तो दिल्ली की बेटियों और बच्चियों को कैसे बचाया जाएगा।”बता दें, आरोपी अफसर ने 2020-21 के बीच बच्ची को अपने घर पर रखा था। उसके पिता भी दिल्ली सरकार में अधिकारी थे लेकिन 2020 में उनकी मौत हो गर्इ थी। दोनों परिवार एक दूसरे के करीब थे और बच्ची के पिता की मौत के बाद आरोपी अफसर ने सहारा देने के लिये उसे अपने घर में रखा था। लेकिन उसने उस बच्ची को अपनी हवस का शिकार बना लिया।