चुनाव आयोग ने एक बड़े फैसले में ममता बनर्जी की टीएमसी, शरद पवार की एनसीपी और सीपीआई की राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता ख़त्म कर दी है। गुजरात में अच्छे वोट लेने वाली अरविन्द केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को अब राष्ट्रीय दल का दर्जा मिल गया है।
चुनाव आयोग ने सोमवार शाम इसकी घोषणा की। आयोग के मुताबिक आम आदमी पार्टी (आप) को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिया गया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा वापस ले लिया है।
चुनाव आयोग के मुताबिक उत्तर प्रदेश में रालोद, आंध्र प्रदेश में बीआरएस, मणिपुर में पीडीए, पुडुचेरी में पीएमके, पश्चिम बंगाल में आरएसपी और मिजोरम में एमपीसी को दिया गया राज्य स्तर की पार्टी का दर्जा भी खत्म कर दिया गया है। आयोग ने कहा कि एमसीपी और तृणमूल कांग्रेस को हाल में हुए विधानसभा चुनावों में उनके प्रदर्शन के आधार पर क्रमशः नगालैंड और मेघालय में राज्य स्तर के दलों के रूप में मान्यता दी जाएगी।
अभी तक आठ राष्ट्रीय दल थे जिन्हें राष्ट्रीय दल की मान्यता थी। अब तीन दलों के घटने और एक के जुड़ने से यह संख्या अब छह रह गयी है। जिन दलों को अब राष्ट्रीय दल का दर्जा हासिल है उनमें भाजपा, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), माकपा, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और आप शामिल हैं।
चुनाव आयोग के नियमों के मुताबिक किसी पार्टी के लिए राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए तीन शर्तों में किसी एक को पूरा करने की जरूरत है। उम्मीदवारों को कम से कम चार राज्यों में पिछले लोकसभा या विधानसभा चुनाव में कुल मतों का कम से कम 6 फीसदी मिला हो और पिछले लोकसभा चुनाव में उसके चार सांसद हों।
इसके अलावा पार्टी को लोकसभा की कुल सीटों में से 2 फीसदी सीटें कम से कम तीन राज्यों से मिली हों या पार्टी को चार राज्यों में क्षेत्रीय दल का दर्जा प्राप्त हो। आप, जिसे अब राष्ट्रीय दल का दर्जा दिया गया है को चार राज्यों दिल्ली, गोवा, पंजाब और गुजरात में उसके चुनाव प्रदर्शन के आधार पर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला है।