जी20 विदेश मंत्री बैठक में यूक्रेन संघर्ष पर मतभेदों के चलते नहीं हुआ साझा बयान

भारत की मेजबानी में हो रही जी20 के विदेश मंत्रियों की बैठक में यूक्रेन संघर्ष को लेकर पश्चिमी देशों और रूस के बीच तीखे मतभेदों के कारण संयुक्त वक्तव्य जारी नहीं किया जा सका, जबकि मेजबान देश भारत ने आम-सहमति बनाने के लिए सतत प्रयास किए। इस अवसर पर अपने संबोधन में इटली की प्रधानमंत्री ज्यॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खूब तारीफ की और उन्हें ‘दुनिया भर में सबसे चहेते नेता’ के रूप में संबोधित किया।

जी20 बैठक में यूक्रेन संघर्ष प्रमुख रूप से उभरा है और भारत के आप सहमति के तमाम प्रयासों के बावजूद विदेश मंत्रियों की बैठक में इस मसले पर पश्चिमी देशों और रूस के बीच तीखे मतभेद दिखे और साझा बयान जारी नहीं किया जा सका। इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि यह मेजबान के रूप में भारत के प्रयासों की कमी नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों के बीच ‘बढ़ते मतभेद’ का नतीजा है।

बाद में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मीडिया कांफ्रेंस में कहा – ‘यूक्रेन संघर्ष को लेकर मतभेद थे और इस वजह से बैठक में संयुक्त वक्तव्य पर सहमति नहीं बनी। ज्यादातर मुद्दों, खास तौर से विकासशील देशों से जुड़ी चिंताओं पर सहमति बनी है।’

जयशंकर ने कहा – ‘अगर सभी मुद्दों पर सबके विचार समान होते तो पक्का एक साझा बयान जारी होता, लेकिन कुछ मुद्दे हैं और मुझे लगता है वो मुद्दे, मैं स्पष्ट कहूंगा कि वे यूक्रेन संघर्ष से जुड़े हैं, जिन पर मतभेद हैं। इसलिए ज्यादातर मुद्दों पर हम सारांश और परिणाम दस्तावेज बना सके। सारांश बना, क्योंकि यूक्रेन के मुद्दे पर मतभेद हैं और इस कारण अलग-अलग विचार रखने वाले पक्षों के बीच सहमति नहीं बन सकी।”

विदेश मंत्री ने दो पैराग्राफ का विरोध करने वाले देशों के नाम नहीं लिए, लेकिन अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रूस और चीन ने संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति का समर्थन नहीं किया। उन्होंने कहा – ‘यूक्रेन के मुद्दे पर मतभेद थे, जिन पर सुलह की स्थिति नहीं बन सकी।’ अन्य कई राजनयिकों ने कहा कि यूक्रेन संघर्ष को लेकर अमेरिका नीत पश्चिमी जगत और रूस-चीन के बीच गहरा विभाजन दिखा है।

इस बीच इटली की प्रधानमंत्री ज्यॉर्जिया मेलोनी ने बैठक में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुलकर जमकर तारीफ की और उन्हें ‘दुनिया भर में सबसे चहेते नेता’ के रूप में संबोधित किया। मेलोनी ने अपने भारतीय समकक्ष के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद मीडिया के लोगों से कहा – ‘प्रधानमंत्री मोदी जिस अप्रूवल रेटिंग पर पहुंचे हैं…वह दुनिया भर के सभी (नेताओं) में सबसे पसंदीदा हैं।’