जहांगीरपुरी दंगे से दहशत में आयी दिल्ली में सबसे बुरा असर अगर कहीं पड़ रहा है तो वो है एशिया की सबसे बड़ी आजादपुर फल-सब्जी मंडी पर। जहां पर गत दो दिनों से सब्जी बेचने और खरीदने वाले आने-जाने से कतरा रहे है। क्योंकि जहांगीरपुरी के रहने वाले दोनों समुदाय के लोग आजादपुर मंडी में बहुतायत के रूप में काम करते है।
तहलका संवाददाता को आजादपुर मंडी के व्यापारियों ने बताया कि सोशल मीडिया का युग है। यहां पर हुए दंगे की खबर पूरे देश में फैल गयी है। जिससे लोगों के अंदर ये मैसेज है कि दंगा व्यापक स्तर पर हो रहे है। उन्होंने बताया कि हरियाणा, हिमाचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से छोटे-बडे व्यापारी अपनी हरी सब्जी को बेचने आते है। लेकिन अब नहीं आ पा रहे है।
व्यापारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि दो दिनों में अगर सबसे अधिक नुकसान हुआ है तो हरी पालक और टमाटर का क्योंकि भीषण गर्मी के कारण पालक सूख गयी और टमाटर खराब हो गये है। उनका कहना है कि इन दिनों आने-जाने वाले वाहन की चेकिंग और पुलिस की सख्ती के चलते लोग में डर है कि जरूर कोई बात है।
आजादपुर मंडी के पदाधिकारी संतोष कुमार का कहना है कि एशिया की सबसे बड़ी मंडी होने की वजह से दिल्ली के अलावा अन्य राज्यों से लोग जुड़े है। उनका सामान ऑर्डर पर बुक होता है। लेकिन ऑर्डर बुक होने के बावजूद समान की कैंसिल होने लगी है। संतोष का कहना है कि पहले कोरोना के चलते नुकसान हुआ है अब जहांगीर पुरी दंगे के चलते नुकसान हो रहा है।