चंद्रयान-3 के बाद अब भारत शनिवार को श्रीहरिकोटा से क्रू मॉड्यूल एस्केप सिस्टम का परीक्षण करने वाला है। ये उन 20 बड़े परीक्षणों में से एक है जिनकी इसरो ने निकट भविष्य के लिए योजना बनाई थी।
इसरो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को पूरा करने के प्रयास में है इसरो 2035 तक एक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करेगा और 2040 तक चंद्रमा पर भारतीय अंतरिक्ष यात्री को लॉन्च करेगा।
बता दें, इसरो को इस बात का विश्वास है कि महत्वाकांक्षी गगनयान कार्यक्रम पर 2024 के कुछ समय बाद एक भारतीय रॉकेट पर भारतीय धरती से एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा।
क्रू मॉड्यूल का परीक्षण शुरू में किसी भी अंतरिक्ष यात्री को रखे बिना एक नए रॉकेट पर किए जाने की संभावना है और 17 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक अन्य परीक्षण आयोजित किया जाएगा और क्रू मॉड्यूल को भारतीय नौसेना द्वारा बंगाल की खाड़ी से बरामद किया जाएगा। इस प्रकार के कई परीक्षण कि जाएंगे और यदि इनमें से लगभग दो दर्जन या अधिक बड़े परीक्षण सफल रहे तो नामित चार अंतरिक्ष यात्रियों में से किसी एक को भेजा जाएगा।