दिल्ली में एक ओर बिजली की अघोषित कटौती से लोग परेशान हो रहे है और वहीं दिल्ली में बढ़ते तापमान से लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो रहा है। दिल्ली में लू के चलने से लोग वे हाल है।
बताते चलें दिल्ली में बिजली की किल्लत जैसी संभावनाओं को लेकर दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार से बिजली की किल्लत को दूर करने की अपील की है। दिल्ली में गत दिनों से कई इलाकों में 2 से 4 घंटे तक की बिजली कटौती हो रही है। जो अपने आप में बड़ी बात है। क्योंकि दिल्ली में अघोषित बिजली जैसी कटौती बहुत ही कम होती है। लेकिन अब जो बिजली की कटौती का कारण बताया जा रहा है उसकी वजह कोयले की कमी है।
बिजली विभाग का मानना है कि अगर बिजली जैसी समस्याओं को दूर नहीं किया तो दिल्ली में बिजली के गुल होने से हाहाकार मच सकता है। दिल्ली में भीषण गर्मी पड़ने से लोगों का पसीना निकल रहा है वहीं बिजली की कमी से जूझना पड़ रहा है।
उत्तम नगर निवासी राकेश का कहना है कि उत्तम नगर 27 अप्रैल को 4 घंटे तक अघोषित बिजली की कटौती हुई है। वहीं यमुना पार के कई इलाकों में भी बिजली की कटौती से लोगों को जूझना पड़ा है। यमुना पार के निवासी संतोष पाल का कहना है कि दिल्ली में बिजली की कमी अगर होती है तो दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण होगी।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में बच्चों की पढ़ाई और अन्य कोर्स की परीक्षाएं चल रही है।ऐसे में बिजली की कटौती उनकी पढ़ाई को बाधित कर रही है। उनका कहना है कि दिल्ली में बिजली निजी हाथों में तो बिजली की कटौती और किल्लत को लेकर केन्द्र सरकार को दोषी ठहराना उचित नहीं है।
सबसे चौकाने वाली बात ये है कि देश में बिजली की कमी के कारण सैकड़ों रेलवे का परिचालन बंद करने की बात सामने आ रही है। ऐसे में ये जरूर साबित होता है कि देश में बिजली की किल्लत से जूझना पड़ेगा।