प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोरोना महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों के लिए पीएम केयर योजना के माध्यम से छात्रवृत्ति प्रदान करने की घोषणा की है। साथ ही कार्यक्रम के दौरान पीएम ने स्कूली बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन की पासबुक व आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत एक स्वास्थ्य कार्ड भी सौंपा।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रधानमंत्री ने कहा कि, “पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन ऐसे सभी बच्चों की मुश्किलों को कम करने का एक छोटा प्रयास है जिन्होंने कोविड-19 में अपने माता और पिता दोनों को ही खो दिया। साथ ही यह इस बात का भी प्रतीक है कि पूरी संवेदनशीलता के साथ देश आपके साथ है।“
उन्होंने आगे कहा कि, मुझे इस बात से संतोष है कि बच्चों की पढ़ाई के लिए उनके घर के पास के स्कूलों में ही दाखिला कराया जा चुका है और यदि किसी भी बच्चे को हायर एजुकेशन के लिए लोन की आवश्यकता हो तो वे पीएम केयर से मदद ले सकते है। पीएम केयर फंड ने कोरोना काल के दौरान अस्पताल को तैयार करने, वेंटिलेटर खरीदने, ऑक्सीजन प्लांट लगाने में भी बहुत मदद की है।“
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी दिया जा रहा है इससे 5 लाख तक के इलाज की मुफ्त सुविधा भी बच्चों को मिलेगी। साथ ही स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए बच्चों को रुपयों की जरूरत होगी तो इसके लिए भी 18 वर्ष से 23 वर्ष की आयु के युवाओं को प्रत्येक माह स्टाइपेंड मिलेगा और जब वो 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपए इन बच्चों को एक साथ मिलेगें।
आपको बता दे, कोरोना के समय जिन बच्चों ने अपने माता व पिता दोनों को ही खो दिया उनके लिए रोजाना की जरूरतें पूरी करने के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से सरकार द्वारा प्रत्येक महीने 4 हजार रुपए की भी व्यवस्था की गयी है।