भारत में देवउठान के दिन से ही शादियों की शुरुआत होने का चलन है। और इसी को देखते हुए कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने यह अनुमान लगाया है कि इस वर्ष 38 लाख शादियां भारत में होंगी। साथ ही इन शादियों में लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का बड़ा व्यापार होने का भी अनुमान है। जोकी पिछले वर्ष इसी अवधि में लगभग 32 लाख शादियाँ हुई और 3.75 लाख करोड़ रुपये के व्यापार होने का अनुमान भी लगाया गया था।
दिल्ली स्थित कॉन्स्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि, “अकेले दिल्ली में इस सीजन में 4 लाख से अधिक शादियां होने की उम्मीद है, जिससे लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होने की संभावना है। इस सीजन के दौरान लगभग 7 लाख शादियां 15 लाख रुपये के खर्च, 5 लाख रुपये के खर्च के, 8 लाख शादियाँ 6 लाख रुपये के खर्च, 10 लाख शादियां 10 लाख रुपये के खर्च, 7 लाख शादियां 15 लाख रुपये के खर्च, 5 लाख शादियां 25 लाख रुपये के खर्च, 50 हजार शादियां 50 लाख के खर्च एवं 50 हजार शादियां 1 करोड़ रूपये या उससे अधिक के खर्च के साथ होने की उम्मीद है।”
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतियां ने कहा कि, “एक विवाह में आम तौर पर 50 प्रतिशत व्यय समान की खरीद पर और 50 प्रतिशत सेवाओं की खरीद पर किया जाता है। एक नजर में माल क्षेत्र में व्यापार का अनुमानित प्रतिशत कपड़ा, साड़ी, लहंगा और गारमेंट्स में 10 प्रतिशत, आभूषण में 15 प्रतिशत, इलेक्ट्रॉनिक्स और उपभोक्ता वस्तुओं में 5 प्रतिशत में ड्राई फ्रूट, फलों मिठाई और नमकीन में 5 प्रतिशत, खाद्यान्न, किराना और सब्जियों में 5 प्रतिशत, उपहार वस्तुओं में 4 प्रतिशत, और बाकी 6 प्रतिशत अन्य विविध वस्तुओं में व्यापार की संभावना है।”
भरतियां ने आगे कहा कि, “जहां तक सेवा क्षेत्र का सवाल है, अनुमान के अनुसार मेबैंक्वेट हॉल, होटल और अन्य विवाह लस्थलों पर 5 प्रतिशत, इवेंट मैनेजमेंट पर 5 प्रतिशत, टेंट सजावट पर 12 प्रतिशत, खानपान सेवाओं पर 10 प्रतिशत, फूलों की सजावट पर 4 प्रतिशत, 3 प्रतिशत ट्रैवल एवं कैब सेवाओं पर, फोटो और वीडियो शूट पर 2 प्रतिशत, ऑर्केस्ट्रा, बैंड इत्यादि पर 3 प्रतिशत और साउंड पर 3 प्रतिशत के खर्च के जरिए व्यापार का आंकड़ा माना गया है।”
उन्होने आगे कहा कि, “शादी के सीजन के बाद, क्रिसमस और नए साल की बिक्री होगी और इसके बाद 14 जनवरी संक्रांति के दिन से शादी के सीजन का एक और चरण शुरू होगा।”
बता दें, दिवाली त्योहारी सीजन में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री होने के बाद देश का व्यापारिक समुदाय देश में 23 नवंबर से शुरू होने वाले आगामी शादी के सीजन में उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। कैट द्वारा विभिन्न राज्यों के 30 विभिन्न शहरों, जिन्हें प्रमुख वितरण केंद्र के रूप में जाना जाता है के प्रमुख व्यापारी संगठनों तथा वस्तुओं और सेवाओं दोनों में विभिन्न स्टेकहोल्डर्स से बात करने के बाद यह अनुमान लगाया गया है कि देश भर में शादियों के इस सीजन में लगभग 38 लाख शादियां होने की संभावना है तथा लोगों द्वारा शादी की खरीदारी और शादी हेतु विभिन्न सेवाएं प्राप्त करने के माध्यम से लगभग 4.74 लाख करोड़ रुपये का बड़ा व्यापार होने का अनुमान लगाया है।