इसी साल दो राज्यों गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस का खोया हुआ जनाधार बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। कांग्रेस के रणनीतिकारों का कहना है कि जिस अंदाज में मोदी सरकार अपने विरोधियों पर सीबीआई, ईडी और तमाम जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उससे जनता की सहानुभूति कांग्रेस सहित विरोधियों दल को मिल रही है।
लोगों का कहना है कि मोदी सरकार बढ़ती महंगाई पर काबू पाने में असफल रही है। लोगों को रोजगार नहीं मिल रहे है। देश में दो समुदायों के बीच तनावपूर्ण माहौल चल रहा है। ऐसे हालात में लोगों का गुस्सा सरकार के प्रति बढ़ रहा है। कांग्रेस का मानना है कि अगर मोदी सरकार लगातार अपने विरोधियों को चुन-चुन कर निशाना बनाता रही तो विरोधी दल एक सुर में सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरने को मजबूर होगे। जिससे देश में तनावपूर्ण माहौल बन सकता है।
आपको बता दें, 13 जून को कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को ईडी ने बुलाकर तमाम पूँछताछ की और फिर से 14 जून (यानी आज) को बुलाया है। इससे कांग्रेस सहित अन्य नेताओं में एक मैसेज जा रहा है कि जरूर सियासत मुद्दे से भटक कर हो रही है।
कांग्रेस नेता सुंधाशु का कहना है कि कांग्रेस को ईडी ने एक अवसर दे दिया है। अब कांग्रेस सत्याग्रह के रास्ते पूरे देश में जन आंदोलन चलाएंगी। और गांव-गांव तक जाकर केन्द्र की मोदी सरकार की पोल खोलेगी। उन्होने बताया कि केन्द्र सरकार की नीतियों से अभी देश का किसान खफा है। केन्द्र सरकार ने जो वादा किसान से किया था उसको पूरा नहीं किया मुद्दे को लटका कर रख दिया, जिससे किसानों में भारी आक्रोश है। इन्ही तमाम मामलों को लेकर कांग्रेस जनता को जागरूक करेगी ताकि केन्द्र सरकार की कथनी और करनी को जनता के बीच ले जाया जा सकें।