संयुक्त किसान मोर्चे (एसकेएम) ने सोमवार (आज) दिल्ली के जंतर मंतर पर किसान महापंचायत का ऐलान किया है। यह महापंचायत 11 बजे शुरू हो जाएगी। इसमें बड़ी संख्या में किसान हिस्सा ले रहे थे। इसमें हिस्सा लेने के लिओए देश के कई हिस्सों से किसान कल रात से हई दिल्ली पहुँचना शुरू हो गए थे।
किसान मोर्चा ने इस महापंचायत को गैर राजनितिक बताते हुए किसानों से इसमें हिस्सा लेने का आह्वान किया है। देश के कई हिस्सों से किसान रविवार से ही दिल्ली पहुँच गए थे। इस एक दिवसीय आयोजन को लेकर किसान मोर्चा ने किसानों से कहा है कि इसमें शांति और अनुशासन से हिस्सा लें।
उधर सरकार ने किसान महापंचायत को देखते हुए सिंघू बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी है। राजधानी में आने वाले वाहनों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जंतर मंतर पर यह पंचायत सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक चलेगी।
महापंचायत के समापन के बाद एसकेएम नेता राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपेंगे। मोर्चा नेताओं ने बताया कि सरकार ने महापंचायत में किसी तरह का व्यवधान डालने की कोशिश की तो उसकी जिम्मेवारी सरकार पर होगी। किसान मोर्चा की मांग है कि लखीमपुर खीरी नरसंहार के पीड़ित किसान परिवारों को इंसाफ मिले, वहीं जेलों में बंद किसानों की रिहाई और इस नरसंहार के मुख्य दोषी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त और गिरफ्तार किया जाए।
स्कीम ने मांग की है स्वामीनाथन आयोग के सी2+50 फीसदी के फॉर्मूले अनुसार एमएसपी की गारंटी वाला कानून लाया जाए और देश के सभी किसानों को कर्जमुक्त किया जाए। बिजली बिल 2022 रद्द किया जाए और गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाया जाए और बकाया राशि का भुगतान तुरंत हो। किसान आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए सभी मुकदमे वापस लेने की भी उनकी मांग है।
ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली में टॉलस्टॉय मार्ग, संसद मार्ग, जनपथ, विंडसर प्लेस, कनॉट प्लेस, अशोक रोड, बाबा खड़क सिंह मार्ग, पंडित पंत मार्ग समेत आस-पास के कई रास्तों पर दिनभर भीड़ रहने की संभावना जताई है। कई जगह बैरिकेडिंग भी की जा सकती है।