भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ देश में विपक्षी एकता की चर्चा जोरों पर है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी पार्टियों को एक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है। और 23 जून को विपक्षी नेताओं की बैठक भी होने वाली है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल से भी इस सिलसिले में दो बार मुलाकात हुर्इ है। आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में वर्ष 2015 और 2020 में कांग्रेस को 0 सीट मिली थी लेकिन उसके बावजूद वे चुनाव लड़ते है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी कह दे कि वह पंजाब और दिल्ली में चुनाव नहीं लड़ेंगे तो हम भी राजस्थान और मध्य में चुनाव नहीं लडेंगे।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि, “जब आप पहली बार बोली कि दिल्ली में हम 200 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे तो कांग्रेस ने सबसे ज्यादा हमारा दिल्ली में विरोध किया और मजाक उड़ाया। लेकिन हम पूछते हैं कि पहले मजाक उड़ाया तो फिर हमारा आइडिया कॉपी क्यों किया? हिमाचल में कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के आइडिया को कॉपी किया और सरकार बनार्इ।“
आप नेता ने आगे कहा कि, “देश की सबसे पुरानी पार्टी अब सबसे नई पार्टी का आइडिया और मैनिफेस्टो तक चुराने लगी है। अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि सारे घोषणापत्र झूठे होते है, इसलिए हमने इसे गारंटी नाम दिया। लेकिन अब कांग्रेस ने इस शब्द को भी चुरा लिया है। इससे पता चलता है कि कांग्रेस में न सिर्फ लीडरशिप क्राइसिस है बल्कि आइडिया का भी क्राइसिस है।”