पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी और उनसे हुए व्यवहार के बाद पाकिस्तान में तूफ़ान मच गया है। वहां हालत बहुत खराब हो गए हैं और कई जगह सेना अधिकारियों के घर पर हमले हुए हैं। आगजनी की बड़े पैमाने पर घटनाएं हुई हैं और स्थिति बेहद खराब है। कई देशों ने अपने नागरिकों को पाकिस्तान न जाने की एडवाइजरी जारी की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक इमरान खान की मंगलवार को अर्धसैनिक बलों द्वारा गिरफ्तारी के बाद खान के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया। खान को गिरफ्तार किए जाने की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।
कई जगह प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए हैं। उन्होंने पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। लाहौर में, बड़ी संख्या में इमरान खान की पार्टी पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कोर कमांडर के लाहौर आवास पर धावा बोल दिया और गेट और खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए।
ख़बरें हैं कि सेना के जवानों ने उग्र प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश नहीं की। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान सेना के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही छावनी इलाके में विरोध प्रदर्शन किया।
इमरान को कल उस समय गिरफ्तार कर लिया गया था जब वह भ्रष्टाचार के एक मामले में सुनवाई के लिए इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में मौजूद थे। पाकिस्तान रेंजर्स खान को गिरफ्तार करने के बाद एक वैन में वहां से ले गए। कहा जाता है कि खान के साथ हाथापाई भी की गयी। इसके बाद जब इसके वीडियो वायरल हुए तो पाकिस्तान में हालात बेहद खराब हो गए।
इस बीच अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक अशांति का हवाला देते हुए अपने नागरिकों के लिए नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है।
अमेरिकी दूतावास की एडवाइजरी में कहा गया है कि ‘अमेरिकी दूतावास इस्लामाबाद में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों की पहले की खबरों और छिटपुट प्रदर्शनों की निगरानी कर रहा है। ऐसे में पाकिस्तान की जगह कहीं और जाने की योजना बनाई जा सकती है।’