अन्य उभरते बाजारों की तुलना में रुपए की स्थिति बेहतर: रिजर्व बैंक

रुपए की विनिमय दर में लगातार गिरावट के बावजूद भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल का मानना है कि अन्य उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राओं की तुलना में रुपये की स्थिति बेहतर है।
बता दें कि शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया कारेाबार के दौरान टूटकर पहली बार 74 प्रति डॉलर के स्तर से भी नीचे आ गया था । इससे आयात और महंगा हो गया है तथा चालू खाता घाटा बढ़ने का जोखिम अधिक हो गया है।
कल ही रिजर्व बैंक ने द्वैमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में अपनी नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखने का फैसला किया है ।
रिजर्व बैंक ने वालू वित्त वर्ष की चौथी द्वैमासिक नीतिगत बैठक में अपने ‘‘नीतिगत रुख’’ में बदलाव करते हुए उसे ‘‘तटस्थ ’’ की जगह ‘‘सधे अंदाज में सख्ती वाला’’ कर दिया है।
केंद्रीय बैंक ने मध्य अवधि में मुद्रास्फीति के लक्ष्य को हासिल करने की प्रतिबद्धता भी दोहरायी है।
अधिकांश विश्लेषक और बैंक मान रहे थे कि केंद्रीय बैंक अपनी रेपो दर कम से कम 0.25 प्रतिशत बढ़ाएगा।
पिछले कुछ दिनों की गतिविधियां, विशेषकर रुपये की गिरावट से ऐसी अटकलें भी लगायी जा रही थीं कि रिजर्व बैंक रेपो को 0.50 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है।
रिजर्व बैंक की रेपो दर फिलहाल 6.5 प्रतिशत और रिवर्स रेपो दर 6.25 प्रतिशत के पिछले स्तर पर बनी रहेगी।