दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्माता कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अपने नए ऑपरेटिंग सिस्टम ‘विंडोज 10’ को लॉन्च करने से पहले नई रणनीतियों पर भी काम कर रही है. ‘विंडोज 10’ इस साल जुलाई के आखिर में बाजार में दस्तक देने वाला है. नई रणनीति के तहत माइक्रोसॉफ्ट सभी उपभोक्ताओं को मुफ्त में यह ऑपरेटिंग सिस्टम उपलब्ध कराएगा. यह सुविधा उन लोगों को भी मिलेगी जो विडोज का पाइरेटेट वर्जन इस्तेमाल करते हैं. अब तक के इतिहास में यह सबसे बड़ा अपग्रेडेशन प्रोग्राम भी होगा.
मुफ्त में देने के मायने
दुनियाभर में लगभग 52 फीसदी लोग पाइरेटेड ऑपरेटिंग सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं. इसे देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट पाइरेटेड वर्जन इस्तेमाल करने वालों को ऑपरेटिंग सिस्टम अपग्रेड करने की सुविधा मुफ्त में देने वाला है. हालांकि ‘विंडोज’ 10 में अपग्रेड होने से वो पाइरेटेड विंडो ओरिजनल में तब्दील नहीं होगा. पाइरेसी रोकने के अलावा माइक्रोसॉफ्ट का बड़ा मकसद अपने कुछ दूसरे उत्पादों के लिए बाजार तैयार कर उन्हें बेचना भी है.
दरअसल नई दिल्ली के नेहरू प्लेस से लेकर चीन के विभिन्न कम्प्यूटर बाजारों में माइक्रोसॉफ्ट पाइरेसी को रोकने में लगभग नाकाम रहा है. मुफ्त में ‘विंडोज 10’ देने में माइक्रोसाफ्ट को कोई नुकसान नहीं है. ऑपरेटिंग सिस्टम मुफ्त में मिलने से दुनियाभर में ज्यादा से ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल करना शुरू कर देंगे. इससे कंपनी को बड़ा फायदा ये होगा कि वह अपनी दूसरी सेवाओं जैसे- ऑनलाइन स्टोरेज, वन ड्राइव, स्काइप और विंडोज ऐप को आसानी से बेच सकेगी.
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