इसका अर्थ यही हुआ कि अगले कुछ दिनों में राज्य में पांच सितारा होटल के अलावा कहीं कोई बार नहीं होगा. यह भी जानकारी दी गई कि स्टेट बेवरेज कॉर्पोरेशन की खुदरा दुकानों के जरिये की जाने वाली बिक्री में कमी लाने के लिए ऐसी दुकानों की संख्या में हर साल 10 फीसदी की कमी की जाएगी.
हर महीने की पहली तारीख समेत मौजूदा ड्राई डे के अलावा राज्य में हर रविवार को ड्राई डे घोषित किया जाएगा. इसका मतलब है राज्य में कम से कम 52 दिन और शराबंदी सुनिश्चित होगी. बंद बारों के लाइसेंस के नवीनीकरण के मसले पर राज्य कांग्रेस बंटी हुई है. केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष वी एम सुधीरन पद संभालने के बाद से ही सुविधाओं की कमी के चलते अस्थायी तौर पर बंद किए गए 428 बार के लाइसेंस के नवीनीकरण के खिलाफ हैं. जबकि पार्टी का एक धड़ा मानता है कि सरकार को अधिक व्यावहारिक रवैया अपनो हुए बार मालिकों को सुविधाएं मुहैया कराने का वक्त देना चाहिए. यूडीएफ की प्रमुख साझेदार इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग भी शराब की उपलब्धता कम कराने के पक्ष में है.
बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि राज्य में बड़े पैमाने पर शराब विरोधी अभियान चलाया जाएगा जिसके लिए बेवरेज कॉर्पोरेशन की कुल बिक्री का एक फीसदी इस्तेमाल किया जाएगा.