साईं के दरबार मोदी

शिरडी में समाधि का १०० साला आयोजन, पीली चद्दर चढ़ाकर माँगा आशीर्वाद

लोक सभा चुनाव से पहले मंदिरों और मस्जिदों में जाने का देश के दो बड़े नेताओं पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का सिलसिला जारी है। मोदी शुक्रवार साईं बाबा की समाधि के १०० वर्ष के आयोजन में शिरडी पहुंचे और शीश नवाया। उन्होंने पीली चद्दर चढ़ाकर आशीर्वाद माँगा और मंदिर ट्रस्ट ने वही चद्दर प्रसाद स्वरुप उन्हें भेंट की।

साईं मंदिर में प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष पूजा की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्यपाल विद्यासागर राव भी उनके साथ मौजूद रहे। मोदी ने मंदिर की विजिटर बुक में टिप्पणी अंकित की। विशेष पूजा के बाद मोदी ने वहां नए भवन, १५९ करोड़ रुपये की लागत से विशाल शैक्षणिक भवन, ताराघर, मोम संग्रहालय, साईं उद्यान और थीम पार्क समेत प्रमुख परियोजनाओं का भूमिपूजन भी किया। श्रीसाईंबाबा संस्थान न्यास के अध्यक्ष सुरेश हवारे के मुताबिक मोदी ने साईंबाबा शताब्दी पर उनकी याद में चांदी का सिक्का भी जारी किया है।

गौरतलब है साईं की समाधि की शताब्दी पर न्यास द्वारा पूरे साल उत्सव मनाया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पहली अक्तूबर, २०१७ को शताब्दी महोत्सव का उद्घाटन किया था जबकि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने दिसंबर, २०१७ में वैश्विक साईं मंदिर सम्मेलन का उद्घाटन किया था।

इतिहास के मुताबिक शिरडी के साईं की प्रसिद्धि दूर-दूर तक है और यह पवित्र धार्मिक स्थल महाराष्ट्र के अहमदनगर के शिरडी गांव में स्थित है। सभी समुदायों में पूजनीय साईंबाबा का देहावसान १९१८  में दशहरा के ही दिन अहमद नगर जिले के शिरडी गांव में हुआ था। शिरडी के साईं बाबा का वास्तविक नाम, जन्मस्थान और जन्म की तारीख किसी को पता नहीं है। हालांकि साईं का जीवनकाल १८३८ -१९१८  तक माना जाता है। दुनिया भर में साईं के करोड़ों भक्त हैं।